जींद: जिले में वीरवार को हुई बारिश के बाद रात को दो मकान अचानक भरभराकर गिर गए। एक मकान गांव भौंसला में गिरा, जबकि दूसरा मकान शहर की राम कॉलोनी में गिर गया। भौंसला गांव में गिरा मकान काफी पुराना हो चुका था, जिसकी हालत काफी जर्जर अवस्था में थी। मकान मालिकों ने सरकार व प्रशासन से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई है, ताकि दोबारा वह अपने मकान का निर्माण कर सके।

अचानक गिरी मकान की छत

राम कॉलोनी निवासी गीता के मकान की छत वीरवार रात को अचानक गिर गई। गनीमत रही कि परिवार के लोग दूसरे कमरे में सो रहे थे। गीता ने कहा कि उसे भी चार साल से उम्मीद है कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसे मिलेंगे, लेकिन अभी तक उसे पैसे नहीं मिले। उधर, गांव भौंसला निवासी सपना ने बताया कि उसका मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पास हो चुका था। वह दस साल से अपने मकान के निर्माण के लिए किस्त के रुप में पैसे मिलने का इंतजार कर रही थी लेकिन आज तक उसे एक भी पैसा नहीं मिला। मकान निर्माण का इंतजार करते-करते उसका मकान ही गिर गया।

प्रधानमंत्री आवास योजना का नहीं मिला लाभ

गांव भौंसला निवासी सपना ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पास हो चुके रुपयों के लिए उसने कई बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाए, लेकिन पैसे नहीं मिले। वह जब भी सरकारी कार्यालय में पैसे पास होने की उम्मीद से जाती, तभी उसे कहा जाता कि अभी उसके पैसे नहीं आए हैं। यह पैसे सीधे उसके खाते में आएंगे। वह और उसका पति मजदूरी करके अपने बच्चों का पालन-पोषण करते हैं। उन्होंने प्रशासन से आर्थिक सहायता या फिर तुरंत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसे जारी करने की गुहार लगाई।