जींद: जिला जेल में हत्या के मामले में बंद विचाराधीन बंदी की वीरवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। जेल अधिकारियों का कहना है कि अचानक तबीयत खराब होने के बाद बंदी को नागरिक अस्पताल ले जाया गया। जहां पर उसकी मौत हो गई। मृतक का पोस्टमार्टम ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की देखरेख में चिकित्सक बोर्ड से करवाया जाएगा। फिलहाल मृतक के शव को नागरिक अस्पातल के शव गृह में रखवाया गया है।

एक साल से जेल में था कैदी

गांव सिवाहा निवासी मनजीत हत्या के मामले में लगभग एक साल से जिला जेल में बंद था। जिसका मामला अदालत में विचाराधीन था। वीरवार दोपहर को मनजीत की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिसे जेल में प्राथमिक उपचार देकर नागरिक हस्पताल लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पाकर सिविल लाइन थाना पुलिस तथा मृतक के परिजन नागरिक हस्पताल पहुंच गए। मृतक के परिजनों ने बताया कि तीन दिन पहले वे मनजीत से मिल कर गए थे, वह ठीक था। वहीं जेल अधिकारियों का कहना है कि मनजीत को दौरा आया था।

जेल में आने से पहले जला हुआ था पैर

मनजीत के जेल में आने से पूर्व उसका पांव जला हुआ था, जिसके इलाज के लिए छह बार पीजीआई रोहतक ले जाया गया। उसे आराम भी हो रहा था, जिसका इलाज भी चल रहा था। वीरवार को दवाई लेने जेल डिस्पेंसरी गया। वहीं तबीयत अचानक खराब हो गई। प्राथमिक उपचार के लिए उसे नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां पर उसकी मौत हो गई। मृतक बंदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक हस्पताल के शव गृह में रखवाया गया है। जिसकी जांच ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की देख रेख में की जा रही है। चिकित्सक बोर्ड से बंदी का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। रिपोर्ट आने पर मौत के कारणों का पता चल सकेगा।