कैथल: गांव रोहेड़ा के नवांनाथ डेरे में रह रहे साधु की दो साधुओं ने तवे से गर्दन पर वार कर हत्या कर दी। साधु अपना घर छोड़ने के बाद सन्यासी बनकर डेरे में रह रहा था। मृतक के बेटे ने डेरे के दो साधुओं पर उसके पिता की हत्या करने का आरोप लगाया। सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने मृतक के बेटे की शिकायत पर दो साधुओं के खिलाफ केस दर्ज किया। साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेजा गया।
एक साल पहले सन्यासी बना था मृतक
जिला पानीपत के गांव पूठर के मंदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका पिता बलराज सिंह उर्फ बलवंत गिरी करीब एक साल पहले घरबार त्याग कर सन्यासी बन गया था। उसका पिता अक्सर उनसे फोन पर बात कर लिया करता था। 25 सितंबर की रात को चाचा बिजेंद्र के पास कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि वह गांव रोहेड़ा जिला कैथल में नवांनाथ डेरे पर रह रहा है। बलवंत गिरी महाराज की नवांनाथ डेरा में किसी व्यक्ति ने गर्दन काटकर हत्या कर दी है।
गर्दन पर मिले तेजधार हथियार के निशान
मंदीप ने बताया कि सूचना के बाद वह गांव रोहेड़ा के नवांनाथ डेरे में पहुंचा। वहां देखा कि उसके पिता की गर्दन पर तेजधार हथियार के निशान थे। रात को उसके पिता के पास शंकर गिरी का भांजा टिंकू व एक भारती संप्रदाय का बाबा रुके हुए थे। उन्होंने मिलकर डेरे में शराब पी और शराब पीने के बाद दोनों ने मिलकर लालचवश उसके पिता बलराज सिंह की लोहे के तवे के साथ गर्दन पर वार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी उसके पिता की जेब से नकदी और दस्तावेज भी चुराकर ले गए।
2 साधुओं पर हत्या का दर्ज किया केस
राजौंद थाना सदर प्रभारी इंद्र सिंह ने बताया कि डेरे में साधु की हत्या होने की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतक के बेटे की शिकायत पर दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस मामले में दोनों आरोपी साधुओं की तलाश कर रही है। जल्द ही आरोपियों को काबू कर मामले का खुलासा किया जाएगा।