कैथल: ऑनर किलिंग मामले में किशोर की मां की रिहाई को लेकर क्योडक के ग्रामीणों द्वारा गांव में महापंचायत बुलाई गई। इस पंचायत में आसपास के दो दर्जन के करीब गांवों के सरपंच व मौजीज व्यक्तियों ने भाग लिया और कैथल एसपी व पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने आरोप लगाए कि एसपी तानाशाही रवैया अपना रही है। इस मामले को लेकर जब उनके गांव के व्यक्ति विधायक और समाज के मौजीज व्यक्तियों के साथ एसपी से मिलने गए तो उन्होंने उनके साथ गलत बर्ताव किया।
एसपी के रवैये पर बिफरे ग्रामीण
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एसपी ने उनको बोला कि आपने सीएम तक का फोन करवाकर मेरा क्या उखाड़ लिया? उन्होंने बताया कि कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने भी जब एसपी को फोन किया तो एसपी ने उन्हें बोला कि मैं अपने हिसाब से कार्रवाई करूंगी। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से तानाशाही एसपी का तबादला नूंह मेवात करने की मांग की। साथ ही पुलिस प्रशासन को सात दिन का अल्टीमेटम दिया कि यदि सात दिन के अंदर किशोर की मां को रिहा नहीं किया गया तो वह जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे, जिसकी तमाम जिम्मेदारी कैथल एसपी की होगी।
आरोपी ने कर दिया था सरेंडर
गांव के सरपंच जसबीर सिंह व पूर्व सरपंच रणवीर व गुर्जर धर्मशाला कुरुक्षेत्र के पूर्व प्रधान ओमप्रकाश राठी ने बताया कि यह वारदात किशोर ने की थी, जो पुलिस की पकड़ में है। अगर किशोर वारदात के बाद फरार हो जाता तो माता पिता से पूछताछ भी कर सकते थे, लेकिन किशोर ने तो सरेंडर कर दिया था। इसलिए किशोर की माता और पिता का वारदात से कोई लेना देना नहीं है। गांव के लोग इस बारे में सीएम से भी मिल चुके हैं और सीएम भी एसपी को उचित कार्रवाई के लिए बोल चुके हैं। इसके बाद भी पुलिस की तरफ से किशोर की मां को छोड़ा नहीं जा रहा। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द मां को रिहा किया जाए।