महेश कुमार, महेंद्रगढ़: भाजपा नेताओं का आपसी मतभेद अब सार्वजनिक मंचों तक पहुंच चुका है। शनिवार को गांव बास में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंच पर एक बार फिर से पूर्व शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने पूर्व जिला अध्यक्ष को कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता कह दिया। इस दौरान दोनों के नेताओं के बीच काफी देर बहस भी हुई। ग्रामीणों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया। पूर्व शिक्षामंत्री पहले भी सीएम के कार्यक्रम में भी मंच से पूर्व जिलाध्यक्ष को कांग्रेसी बताया था।
पूर्व जिलाध्यक्ष कंवर सिंह को कहा कांग्रेस कार्यकर्ता
पूर्व शिक्षामंत्री ने मंच से संबोधित करते हुए भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष कंवर सिंह खातोद को एक बार फिर से कांग्रेस कार्यकर्ता कह दिया। इस पर पूर्व जिला अध्यक्ष ने आपत्ति जताते कहा कि इस बार वह इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिसका जवाब देते हुए पूर्व शिक्षामंत्री ने कहा कि 2019 में उन्होंने कांग्रेस की मदद की तथा गत वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस की मदद की। उनके बूथ से भाजपा की हार हुई। जिला अध्यक्ष ने कहा कि अन्य भाजपा नेताओं के बूथ से पार्टी की हार हुई थी। इसी बीच पूर्व शिक्षामंत्री ने कहा कि यह भाजपा पार्टी का कार्यक्रम है, उनको कार्यक्रम का निमंत्रण किसने दिया। इसका जबाव देते हुए पूर्व जिला अध्यक्ष ने कहा कि ग्रामीणों की ओर से उनको निमंत्रण दिया गया है।
सांसद बोले, वह भी थे कांग्रेसी, आज भाजपा के समर्पित सिपाही
सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले वह कांग्रेस पार्टी में थे। लेकिन अब पूरी तरह से भाजपा समर्थित सिपाही हैं। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा को नसीहत देते हुए कहा कि नेताओं को हार-जीत के बाद सभी बाते भूल जानी चाहिए। वह सभी कार्यकर्ता के काम करेंगे। उनकी जीत में सभी का सहयोग हैं। इस दौरान सांसद ने मंदिर के लिए ग्रामीणों को 11 लाख रुपए देने की घोषणा की।
पूर्व शिक्षामंत्री के अलावा कंवर सिंह खातोद भी टिकट के दावेदार
पूर्व शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा इस समय पार्टी के सबसे बड़े चेहरे माने जाते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व शिक्षामंत्री को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं पूर्व शिक्षामंत्री की लगातार बढ़ती उम्र भी टिकट में रोडा बन सकती हैं। वहीं पूर्व जिला अध्यक्ष पिछले कुछ वर्षों से लगातार पार्टी के दिग्गज नेताओं से संपर्क बनाए हुए हैं। पूर्व जिला अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ संगठन में लंबे समय तक काम कर चुके हैं। कंवर सिंह यादव पूर्व मुख्यमंत्री के माध्यम से विधानसभा की टिकट की आस लगाए बैठे हैं।