महेंद्रगढ़: जिला के जलस्तर में सुधार के लिए प्रदेश सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अब सिंचाई विभाग की ओर से जवाहरलाल कैनाल नहर का अतिरिक्त पानी दोहन नदी में चला कर अन्य गांवों के जलस्तर (Water Level) में सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग की ओर से एनबी-1 से माजरा तक 1600 एमएम की आरसीसी लाइन बिछाई गई है, जिसका ट्रायल भी करवा कर माजरा कलां के जोहड़ भरने का काम शुरू हो गया है। इसमें करीब 13 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

तेजी से गिर रहे भूमिगत जलस्तर में होगा सुधार

बता दें कि महेंद्रगढ़ क्षेत्र में बीते एक-डेढ दशक में तेजी से भूमिगत जलस्तर गिरा, जिसके चलते क्षेत्र के लोगों को सिंचाई ही नहीं बल्कि पीने के पानी के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सरकार व विभाग के प्रयास से क्षेत्र में जहां पेयजल सप्लाई नहरी पानी (Canal Water) पर आधारित करवाकर पेयजल समस्या का समाधान करवाया। वहीं बीते 3-4 वर्ष से लगातार भूमिगत जलस्तर को उठाने पर काम देखने को मिला है। कुछ वर्षों से लगातार दोहान नदी में डेरोली से छोड़े जा रहे पानी के कारण करीब दर्जनभर गांवों में भूमिगत जलस्तर बढ़ा है। जिन कुओं में पानी पूरी तरह से सूख गया था, उनमें भी पानी नजर आने लगा है।

13 करोड़ से शुरू हुआ माजरा कलां प्रोजेक्ट

नहरी पानी पर आधारित गांव माजरा कलां प्रोजेक्ट पर सिंचाई विभाग ने 13 करोड़ रुपए खर्च किए है। इसके लिए गांव माजरा कलां से लेकर एनबी-1 तक 1600 एमएम आरसीसी (RCC) की लाइनें बिछाई गई है। एनबी-1 से पाइप लाइन बिछाकर सबसे पहले माजरा कलां में बने चार जोहड़ भरे जाएंगे। इसके बाद पानी भगड़ाना होते हुए आगे बढ़ेगा। इस प्रोजेक्ट से क्षेत्र के माजरा खुर्द, माजरा कलां, भगड़ाना, सिगड़ी सहित अन्य गांवों को लाभ होगा। इस पाइप लाइन का टैस्ट करने के बाद इसे शुरू करवा दिया है। गांव माजरा कलां में चार जोहड़ बने हुए हैं जिन्हें भरने के लिए आपस में जोड़ा हुआ है।

जल्द होगा कार्य पूरा

एसडीओ सुरेंद्र जांगड़ा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर करीब 13 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इससे क्षेत्र के अनेक गांवों को लाभ होगा। भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने में यह प्रोजेक्ट काफी कारगर सिद्ध होगा। इसके पानी से माजरा कलां (Mazra Kalan) के तीन टैंक भरवा दिए गए हैं। कई गांवों का भूमिगत जलस्तर भी बढ़ रहा है, जिससे लोगों के पानी की समस्या का समाधान हो रहा है।