Mahendragarh: शहर में विकास कार्य शुरू कराने की मांग को लेकर सभी पार्षदों की ओर से नगर पालिका कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया हैं। वहीं पार्षद प्रतिनिधि चेतन यादव ने भूख हड़ताल शुरू कर दी हैं। धरने की सूचना के बाद डीएमसी मौके पर पहुंचे तथा पार्षदों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन पार्षद अपनी मांग पर अडिग रहें। पार्षदों ने स्पष्ट कहा कि जब तक क्षेत्र में विकास कार्य शुरू नहीं करवाए जाते, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

दो साल से शहर में नहीं हुए विकास कार्य

बता दें कि नगर पालिका की कार्यकारिणी का गठन हुए दो साल बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक शहर में कोई विकास कार्य शुरू नहीं हो पाया हैं। शहर की जनता पार्षदों से विकास कार्यों को लेकर जवाब मांगती हैं। वहीं अधिकारियों की ओर से उन्हें केवल झूठा आश्वासन दिया जाता हैं। 20 जुलाई को सभी षार्षदों की ओर से बैठक कर 27 जुलाई से धरना देने का निर्णय लिया था। इसके बाद 22 जुलाई को डीएमसी की ओर से शहर के पार्षदों व नगर पालिका के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। वहीं 29 जुलाई तक सभी विकास कार्यों के टेंडर लगाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक किसी भी विकास कार्यों के टेंडर नहीं लग पाए हैं। उनका कहना है कि कई बार उच्च अधिकारियों तथा सरकार को इसके बारे में लिख चुके हैं। लेकिन नगर पालिका के अधिकारी शहर में विकास कार्य कराने में कोई रूचि नहीं दिखा रहे।

डीएमसी ने पार्षदों के साथ की बैठक, नहीं बनी सहमति

धरने की सूचना मिलने के बाद डीएमसी मौके पर पहुंचे तथा पार्षदों के साथ बैठक की। डीएमसी ने पार्षदों के समक्ष अपना पक्ष रखा। लेकिन पार्षद विभिन्न विकास कार्यों के टेंडर लगने के बाद धरने से उठने की मांग पर अडिग रहे। पार्षद का कहना था कि काफी विकास कार्य ऐसे है जो जिलास्तर के अधिकारी अपने स्तर पर कर सकते हैं। लेकिन दो साल बीतने के बाद भी कोई विकास कार्य धरातल पर नहीं उतर पाया। इसके बाद सभी पार्षद धरने पर बैठ गए।  डीएमसी सभी अधिकारियों को लेकर धरने पर पहुंचे, लेकिन सहमति नहीं बन पाई।

भूख हड़ताल पर रहेंगे पार्षद प्रतिनिधि

पार्षद प्रतिनिधि चेतन यादव ने शहर में विकास कार्य शुरू करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी हैं। पार्षद प्रतिनिधि दिन-रात धरना स्थल पर ही रहेंगे। उनका कहना है कि नगर पालिका के अधिकारी विकास कार्य कराने में कोई रूचि नहीं दिखा रहे हैं। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी शहर में कोई विकास कार्य शुरू नहीं हो पाया हैं। अधिकारी केवल झूठा आश्वासन दे रहे हैं। जबकि जनता पार्षदों को कोसती हैं। जब तक विकास कार्यों के टेंडर नहीं लग जाते उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी।

सचिव व एमई की अब बनी पोर्टल पर आईडी

नगर पालिका के सचिव ने जनवरी माह में महेंद्रगढ़ का कार्यभाल संभाला था। लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी सचिव की ओर से पोर्टल पर आईडी नहीं बनाई गई। पिछले सप्ताह ही सचिव की ओर से पोर्टल पर आईडी बनाई गई हैं। वहीं एमई को भी छह माह पहले महेंद्रगढ़ का कार्यभार सौंपा गया था। लेकिन एमई ने भी दो दिन पहले पोर्टल पर अपनी आईडी बनाई हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर पालिका के अधिकारी कितने गंभीर हैं। नगर पालिका के सचिव का कहना है कि उन्होंने कार्यभार संभालते ही पोर्टल आईडी के लिए आवेदन शुरू कर दिया था। लेकिन बीच में आचार सहिता लग गई, जिस कारण पोर्टल पर आईडी नहीं बन पाई।

जल्द शुरू होंगे शहर में विकास कार्य

डीएमसी महावीर प्रसाद का कहना है कि वह मानते हैं अभी तक शहर में कोई विकास धरातल पर नहीं उतर पाया। लेकिन इससे पहले की कुछ भी प्रक्रिया होती हैं, उन प्रकियाओं को पूरा करने में समय लग गया। जल्द ही कागजी कार्रवाई पूरी करके शहर में विकास कार्य शुरू कराए जाएंगे।