नारनौल: गांव बलाहा कलां निवासी एवं सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के रिटायर्ड मैनेजर वीर सिंह यादव की आत्महत्या मामले में नया मोड़ आ गया। परिजनों को वीरसिंह द्वारा लिखा गया न केवल सुसाइड नोट मिला, बल्कि उनकी बैंक की स्टेंटमेंट के अनुसार उनके साथ एक से डेढ़ करोड़ रुपए की ब्लैकमेलिंग होना भी उजागर हुआ। पुलिस ने उनके बेटे छत्रपाल की शिकायत पर बांयल निवासी शीला, मंजू, विवेक, चेतन व प्रदीप समेत कुछ ज्ञात अज्ञात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
20 सितंबर को एक प्लाट में मिला था शव
बता दें कि वीरसिंह यादव सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक से बतौर मैनेजर 30 अप्रैल 2024 को रिटायर्ड हुए थे। इससे कुछ दिन बाद 20 सितंबर को गांव में ही एक प्लाट में उनका शव संदिग्ध परिस्थितियों में प्राप्त हुआ। तब पुलिस ने उनके परिवारजनों के बयान पर कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराया। जब परिवारजनों ने मृतक के रूम एवं दस्तावेजों को चेक किया तो उनमें उन्हें एक डायरी से सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसको आधार बनाकर उनके बेटे छत्रपाल ने सदर पुलिस को लिखित शिकायत दी। इसके आधार पर सदर पुलिस ने करीब आधा दर्जन ज्ञात एवं अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
यह दी है शिकायत
पुलिस को दी शिकायत में मृतक के बेटे छत्रपाल ने बताया कि उनके पिता वीरसिंह काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। परेशानी का कारण हमें इतना ही बताया था कि कुछ लोगों ने उनसे पैसे ले रखे हैं तथा कुछ लोग उन्हें ब्लैकमेल भी करते हैं। वह पिछले चार-पांच सालों में उससे मानसिक रूप से प्रताड़ित तथा ब्लैकमेल करके लगभग एक से डेढ़ करोड़ रुपए ले चुके हैं। इन लोगों की नाजायज मांगों की पूर्ति करने के लिए गांव के बहुत से लोगों से कर्जा उठा रखा है, जो उन्होंने रिटायरमेंट के पैसों से वापिस भी कर दिए हैं। लगभग 72 लाख रुपए उनकी रिटायरमेंट पर मिले थे।
पिता की मौत से मानसिक संतुलन नहीं था ठीक
छत्रपात ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके पिता की मौत से उसका खुद का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था और न ही उसे उपरोक्त तथ्यों की उस समय गहराई से जानकारी थी। इस कारण वह पोस्टमार्टम के समय डिटेल नहीं दे पाया। पिता की मौत होने उपरांत उनके दिन पूरे होने पर उपरोक्त तथ्यों की जानकारी जुटाने के लिए उनकी डायरी, बैंक अकाउंट, फोन डिटेल्स व फोन पे, गूगल पे आदि से हुए लेन-देन की कागजों में तलाश शुरू की तो हमें उनकी डायरी से एक सुसाईड नोट मिला। जो उसके पिता वीरसिंह ने खुद अपने हाथों से लिखा हुआ है।
गिरोह ने किया ब्लैकमेल
छत्रपाल ने बताया कि उसके पिता वीरसिंह को एक गिरोह ने ब्लैकमेल किया है। 17 अगस्त 2020 को किसी शीला नाम की लड़की से उसके पिता की बात हुई। उन्होंने फोन पर बात करते हुए न्यूड वीडियो बना लिया। उसके बाद उन्होंने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसके पिता को ब्लैकमेल करके पैसे लेना शुरू कर दिया। उसके पिता के मोबाइल फोन में वाट्सएप चेटिंग की सारी डिटेल थी, जो डीआईएटीसी गुरुग्राम से फोन की जांच करवाकर प्राप्त की जा सकती है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।