Narnaul: गोद बलाहा से सटे राजस्थान के सीमावर्ती गांव नावता में दो साधुओं की हत्या में पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया। राजस्थान की बुहाना पुलिस ने हत्या के आरोप में भोदन आश्रम के साधु एवं साध्वी को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपित वारदात को अंजाम देने के बाद यूपी के कन्नोज में भाग गए थे, जहां से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों की पहचान लखनदास व साध्वी अनुसूईया त्यागी के रूप में हुई है। बता दें कि एक जून को गोद बलाहा एवं नावता गांव के बीच नेशनल हाईवे नंबर 11 के साथ लगते खेतों में ईंट-भट्ठे के गड्ढों में दो साधुओं के शव मिले थे, जिनके सिर में एवं शरीर पर अन्य कई जगहों पर चोटें लगी थी और कपड़े खून से सन्ने हुए थे। साधुओं के शव मिलने पर बुहाना पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
भोजन में जहर मिलाकर दिया था वारदात को अंजाम
झुंझुनू जिले के एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि घटना के दिन 31 मई को भिवानी आश्रम के महंत विशिष्ट गिरि अपने सेवादार गौतम सिंह निवासी बगड़ के साथ सिंघाना के समीप भोदन आश्रम में आया था। जहां पहले तो विशिष्ट गिरि महंत ने सेवादार गौत्तम तथा आश्रम के महंत लखनदास के साथ बैठकर शराब पी। इसके बाद आश्रम में मौजूद साध्वी अनूसुईया ने सभी के लिए भोजन बनाया, जिसमें जहर मिलाया हुआ था। लखनदास और अनूसुईया ने ईंट, बेलन, चिमटा आदि के वार करके विशिष्ट गिरि महंत को मार डाला। जब गौत्तम सिंह छुड़वाने आया तो उसे भी गला घोंटकर मार दिया। दोनों साधुओं की हत्या कर आरोपितों ने रात के अंधेरे में शवों को विशिष्ट गिरि महंत की गाड़ी में डालकर गोद बलाहा के नजदीक नावता के पास फेंक दिया और कन्नौज भाग गए।
विशिष्ट गिरि का है पटीकरा से नाता
विशिष्ट गिरि का पटीकरा (नारनौल) से भी नाता रहा है। वह पटीकरा आश्रम के महंत गंगा गिरि महाराज के पास आते-जाते थे। दिसंबर 2022 में जब गंगा गिरि विलीन हो गए, तब विशिष्ट गिरि ने पटीकरा के ग्रामीण श्रद्धालुओं की मदद से गंगा गिरि महाराज की स्मृति में पवित्र गंगाजल से बने प्रसाद का विशाल भंडारा आयोजित किया था, लेकिन विशिष्ट गिरि यहां निरंतर नहीं रहे और बाद में वह यहां से कहीं ओर चले गए।
नेपाल भागने की थी तैयारी
दोनों साधुओं की हत्या कर आरोपित मृतकों के शवों को गोद बलाहा के नजदीक नावता के पास फेंककर कन्नौज यूपी चले गए। जहां से ये नेपाल जाने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने सघनता एवं तत्परता से जांच करते हुए इनको पकड़ लिया। पुलिस ने 130 सीसीटीवी कैमरे खंगाले और 500-600 किलोमीटर पीछा किया, तब जाकर इनकी कन्नौज के एक मकान से गिरफ्तार हुई है। आरोपित लखनदास का नाम छोटे सिंह भी है। जो यूपी के कन्नौज जिले के छिबड़ा तहसील के गुरु साईंगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वहीं दूसरी आरोपी अनुसूईया त्यागी लखनदास से करीब दोगुनी उम्र की है। अनूसुईया त्यागी की उम्र 57 साल है। वह मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के थाना बिलखेड़ा के रमरखिया गांव के पास निमखेड़ा की रहने वाली है।