Haryana : आप नेता अनुराग ढांडा ने हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है, सरकार द्वारा प्रदेश में मर्जर के नाम पर 832 स्कूलों को बंद करने की तैयारी कर ली है, जिससे लगभग 7349 बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। इसके अलावा 1032 निजी स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है, जिसके कारण लगभग 60 हजार बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है।
शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर कोर्ट से लग चुका है जुर्माना
अनुराग ढांडा ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था की बदहाली की वजह से हरियाणा सरकार को पहले ही हाईकोर्ट से पांच लाख का जुर्माना एवं फटकार लग चुकी है। मुख्यमंत्री को इसका जवाब देना चाहिए कि प्राइमरी स्कूलों में 20 से कम बच्चे क्यों हुए ? विधानसभा में सरकार ने खुद बताया था कि प्रदेश के 1500 से ज्यादा स्कूलों में टॉयलेट नहीं, 8000 से ज्यादा क्लासरूम की कमी है, जिसके कारण बच्चे जमीन पर पेड़ के नीचे पढ़ने के लिए मजबूर है। सैकड़ों स्कूलों में पीने का पानी और बिजली कनेक्शन नहीं है।
स्कूलों में 30 हजार से ज्यादा पद खाली
अनुराग ढांडा ने बताया कि सरकारी स्कूलों में 30,000 से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं, कई स्कूलों में तो चार कक्षाओं पर एक ही टीचर उपलब्ध है। बच्चे 70 से 80 साल पुरानी सरकारी स्कूल की इमारत में पढ़ने को मजबूर हैं। जहां एक तरफ पंजाब सरकार ने शिक्षा का बजट बढ़ा दिया, वहीं हरियाणा सरकार ने 11.7 प्रतिशत शिक्षा का बजट घटा दिया।