Action against Congress rebels : हरियाणा के स्थानीय निकाय चुनाव में बागी होने वाले सात नेताओं पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर सात नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। प्रदेशाध्यक्ष उदयभान सिंह ने यह कार्रवाई की है। हालांकि ये नेता खुद भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
करनाल में कांग्रेस के दो बड़े नेता भाजपा में गए
करनाल से सीएम नायब सिंह सैनी के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ चुके त्रिलोचन सिंह व अशोक खुराना को कांग्रेस पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। अशोक खुराना ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि मैंने बरसों कांग्रेस पार्टी की सेवा की है। अब मेयर चुनाव में उन्हें टिकट न देकर कुछ दिन पहले पार्टी में आए मनोज वाधवा को टिकट दे दिया। यह पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी है। अशोक खुराना ने सीएम नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा का दामन थाम लिया। वहीं, त्रिलोचन सिंह भी कांग्रेस प्रत्याशी पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं।
तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके राड़ा भी भाजपा में गए
हिसार से कांग्रेस के टिकट पर 2019 और 2024 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके रामनिवास राड़ा भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इन्हें अब कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया है। रामनिवास राड़ा हिसार विधानसभा से चुनाव हारने के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं पर आरोप लगा चुके हैं कि उनकी चुनाव में मदद नहीं की गई। इससे पहले राड़ा 2009 में कुलदीप बिश्नोई की हजकां से भी चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन जीत नहीं पाए। अब उन्होंने हिसार से मेयर पद पर निर्दलीय पर्चा भी भरा था। अब भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने नाम वापस ले लिया है।
इन नेताओं को भी निकाला गया
इनके अलावा यमुनानगर से कांग्रेस के नार्थ जोन के प्रभारी रहे प्रदीप चौधरी व मधु चौधरी, गुरुग्राम से हरविंद्र लवली और राम सिंह सैनी को भी कांग्रेस पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
