हिसार। लघु सचिवालय स्थित वीसी सभागार में स्पेशल काउ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स की मासिक बैठक का आयोजन अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा की अध्यक्षता में किया गया। एडीसी सी. जयाश्रद्धा ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि बेसहारा पशुओं को पकड़ने की गति में तेजी लाई जाए। इस संबंध में अतिरिक्त निगम आयुक्त प्रदीप हुड्डा ने अभियान के लिए महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया, जिस पर एडीसी ने पुलिस अधिकारियों को आवश्यकतानुसार पुलिसकर्मी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्ट्रे कैटल से संबंधित पुलिस मामलों की एक्शन टेकन रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत करना सुनिश्चित किया जाए।
रेडियम कॉलर का करें उपयोग
एडीसी ने कमेटी सदस्यों को निर्देश दिए कि विभिन्न एनजीओ और एनएचएआई के साथ मिलकर रेडियम कॉलर के उपयोग का प्रचार किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी बेसहारा पशुओं को रेडियम कॉलर पहनाए जाएं, ताकि सड़कों पर दुर्घटनाओं को रोका जा सके। सर्दी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सी. जयाश्रद्धा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पशुओं को किसी प्रकार का नुकसान न हो, इसके लिए उचित कदम उठाए जाएं।
अनुदान के लिए चेकलिस्ट तैयार करें : सीईओ
जिला परिषद सीईओ हरबीर सिंह ने गोशालाओं को अनुदान देने के लिए एक चेकलिस्ट तैयार करने को कहा ताकि सभी तथ्यों की जांच-पड़ताल के बाद ही अनुदान दिया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि विशेष कमेटी माह में एक बार आसपास की गौशालाओं का निरीक्षण अवश्य करेगी।
गोसंवर्धन से जुड़ी योजनाओं के प्रति करें जागरूक
उपनिदेशक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ. सुभाष चंद्र जांगड़ा ने बताया कि गोशालाओं को हरियाणा सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूक किया जा रहा है। डॉ. जांगड़ा ने बताया कि घायल पशुओं को बचाने और पुनर्वास के लिए हेल्पलाइन नंबर 94166-93936, 90346-83881 और 1962 पर संपर्क किया जा सकता है। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी ग्राम पंचायतों को भी आवारा पशुओं और गौ संवर्धन से जुड़ी योजनाओं के प्रति जागरूक किया जाएगा, ताकि सामूहिक रूप से पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। बैठक में असिस्टेंट कमिश्नर (अंडर ट्रेनिंग) कनिका गोयल आईएएस, गोसेवा आयोग के सदस्य अश्विनी मित्तल, डीएसपी राज सिंह, उप-जिला न्यायवादी पवन वीर, एआईपीआरओ नरेन्द्र सोनी, एसडीओ राजेश कुमार, एसडीओ अनिल कुमार, पशु चिकित्सक डॉ. सुजाता, अनिल आर्य उपस्थित रहे।