नरेन्द्र वत्स, रेवाड़ी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 16 फरवरी को माजरा भालखी में एम्स शिलान्यास के लिए आगमन को लेकर खुलकर भले ही कोई कुछ नहीं बोल रहा हो, लेकिन पर्दे के पीछे की हकीकत यह है कि कार्यक्रम में भीड़ जुटाने का पूरा दारोमदार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के कंधों पर है। इस कार्य में उनकी बेटी आरती राव पिता का खुलकर साथ निभा रही हैं। सरकारी होर्डिंग्स से पीएम मोदी, सीएम मनोहरलाल और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को छोड़कर इलाके के सांसद से लेकर मंत्री तक नदारद हैं। जिससे यह साफ झलक रहा है कि भाजपा की आंतरिक राजनीति अपना खुलकर काम कर रही है।

राव ने पीएम मोदी को माजरा आने का दिया था निमंत्रण

एम्स के शिलान्यास को लेकर गत वर्ष अगस्त माह से ही भाजपा की आंतरिक राजनीति ने अपना काम करना शुरू कर दिया था। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने जब पीएम मोदी को 23 सितंबर के दिन राव तुलाराम शहीदी दिवस पर एम्स का शिलान्यास करने के लिए माजरा आने का निमंत्रण दिया, तो सितंबर माह के पहले दिन ही प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी गई थी। इसके बाद उसी दिन इन तैयारियों पर विराम लग गया। राव विरोधी दक्षिणी हरियाणा के भाजपा नेता नहीं चाहते थे कि राव के आमंत्रण पर पीएम माजरा आएं। इससे राव का कद बढ़ना और एम्स का क्रेडिट मिलना तय था। राव की ओर से इसके बाद नवंबर माह में भी पीएम का कार्यक्रम फाइनल कराने के प्रयास किए गए, परंतु उस समय भी उन्हें सफलता नहीं मिली।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव गुरुग्राम से करवाना चाहते थे शिलान्यास

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव गुरुग्राम में जंगल सफारी के शिलान्यास के साथ एम्स व दूसरी परियाजनाओं का शिलान्यास गुरुग्राम से ही कराना चाहते थे। स्थान को लेकर पार्टी का थिंक टैंक भी असमंजस में फंसा हुआ था। सूत्रों के अनुसार बाद में यह तय हुआ कि गुरुग्राम और रेवाड़ी दोनों को छोड़कर शिलान्यास कार्यक्रम कहीं और से कराया जाए। फरवरी के शुरू में सीएम मनोहरलाल की पीएम मोदी से मुलाकात के बाद पीएमओ की ओर से माजरा में ही शिलान्यास कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया गया। कार्यक्रम फाइनल होने के साथ ही राव समर्थकों का उत्साह जहां सातवें आसमान पर पहुंच गया, वहीं विरोधी खेमे के कुछ नेताओं को सांप सा सूंघ गया।

बाप-बेटी और समर्थकों की टीम मैदान में

मोदी के शिलान्यास कार्यक्रम को विशाल रैली में तब्दील करने के लिए खुद राव इंद्रजीत सिंह ने मेवात से लेकर महेंद्रगढ़ तक ताकत लगा दी है, तो इस कार्य में उनकी बेटी आरती राव पूरी शिद्दत के साथ पिता का साथ निभा रही हैं। दोनों अलग-अलग एरिया में जाकर पीएम की रैली का न्योता दे रहे हैं। राव विरोधी खेमे के नेताओं में अभी तक खास उत्साह देखने को नहीं मिला है। यह नेता रैली की तैयारियों के नाम पर बयानबाजी से बाहर नहीं निकले हैं। इन नेताओं के समर्थक भी एक तरह से चुप्पी साधे हुए नजर आ रहे हैं।

सरकारी होर्डिंग्स बन रहे चर्चा का विषय

पीएम मोदी के रेवाड़ी आगमन पर उनके स्वागत के लिए सीएम मनोहरलाल की ओर से स्वागत करने के लिए लोक संपर्क विभाग की ओर से प्रमुख मार्गों पर लगवाए गए होर्डिंग चर्चा का विषय बन गए हैं। इन होर्डिंस पर पीएम मोदी, सीएम मनोहरलाल और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को छोड़कर किसी का फोटो नहीं है। जिस क्षेत्र में शिलान्यास होना है, राव इंद्रजीत सिंह उस क्षेत्र के सांसद और कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारीलाल विधायक हैं। दोनों में से किसी का भी फोटो होर्डिंग्स पर नहीं है, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।