Ashok Tanwar will join BJP: हरियाणा के दिग्गज नेता अशोक तंवर ने बीते दिन आम आदमी पार्टी को अलविदा कह दिया। उन्होंने दिल्ली सीएम और आप संयोजक को अपना इस्तीफा भेजा। आप का साथ छोड़ने के बाद अब वह बीजेपी का दामन थामेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अशोक तंवर कल यानी 20 जनवरी को दिल्ली में BJP मुख्यालय में बीजेपी का हाथ थामेंगे। पूर्व सांसद ने 20 जनवरी को अपने कार्यकर्ताओं को दिल्ली आने का न्योता भी दिया है। न्योते में उनके बीजेपी में शामिल होने का साफ जिक्र किया गया है। माना जा रहा है कि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर समेत केंद्र के कुछ वरिष्ठ नेता भी इस जॉइनिंग सेरेमनी में मौजूद रहेंगे।
AAP से नाराज चल रहे थे तंवर
बता दें कि हरियाणा में अशोक तंवर को आम आदमी पार्टी के प्रचार समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली हुई थी। इससे पहले वो हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। कांग्रेस को अलविदा कहकर वो आप पार्टी में शामिल हुए थे। 22 महीने पार्टी में रहने के बाद उन्होंने AAP को अलविदा कह दिया। तंवर ने आम आदमी पार्टी को छोड़ने की वजह इंडिया गठबंधन बताया है। हालांकि, माना जा रहा है कि अशोक तंवर को ये उम्मीद थी कि आप उन्हें राज्यसभा सांसद बनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे तंवर नाराज चल रहे थे।
2019 में छोड़ा था कांग्रेस का साथ
बताते चलें कि अशोक तंवर ने 2019 को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन्होंने अपना नया राजनीतिक दल बनाया, लेकिन वो उसमें कुछ खास कर नहीं पाए। इसके बाद तंवर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में शामिल हुए। यहां भी वो साल भर रहे। 2022 में वो आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। गौरतलब है कि ये साल हरियाणा के काफी अहम है, क्योंकि इस साल हरियाणा में विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसे में सभी नेता अपना चुनाव को ध्यान में रखकर दल बदलने लगे हैं।
अशोक तंवर ने इस्तीफे में लिखी ये बात
अशोक तंवर ने अपने इस्ताफे में लिखा है कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ आपके जुड़ाव को देखते हुए, मेरी नैतिकता मुझे चुनाव समिति के अध्यक्ष के रूप में बने रहने की अनुमति नहीं दे रही है। इसलिए कृपया आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी जिम्मेदारियों से मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।
बता दें कि तंवर की गितनी प्रदेश के बड़े नेताओं में होती है। लोकसभा चुनाव से पहले तंवर का पार्टी छोड़ने आप को बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। खास बात ये है कि इस के शुरुआत से पार्टी को दूसरा झटका लगा है। इससे पहले 5 जनवरी को ही AAP की हरियाणा इकाई की उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा अपने पिता निर्मल सिंह के साथ कांग्रेस का दामन थांम ली थी।