नरेन्द्र वत्स, Rewari: प्रदेश सरकार में तीसरी बार मंत्री पद की शपथ लेने के बाद गृह क्षेत्र बावल पहुंचते ही कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारीलाल समर्थकों का जोश और उत्साह सातवें आसमान पर नजर आया। मंत्री पद पर लगातार तीसरी बार ताजपोशी के बाद आगामी विधानसभा चुनावों में इस हलके से उनका तीसरी बार पारी खेलना तय माना जा रहा है। बनवारीलाल भाजपा में सबसे कद्दावर नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं, इसलिए पार्टी को इस हलके में प्रत्याशी का चयन करने में माथापच्ची की जरूरत नहीं पड़ेगी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का आशीर्वाद भी उनके साथ बने रहने की पूरी संभावना है।

बावल में राव परिवार का रहा दबदबा

बावल हलके में रामपुरा हाउस यानि राव परिवार का पूरा दबदबा रहा है। रामपुरा हाउस की मर्जी के खिलाफ इस हलके में विधायक बनने का रास्ता आसान नहीं होता। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह ने इस हलके से अपने खास समर्थक डॉ. बनवारीलाल को भाजपा की टिकट दिलाकर मैदान में उतारा था। पहले ही चुनाव में डॉ. बनवारीलाल ने 52.86 प्रतिशत मत हासिल करते हुए जीत दर्ज की थी। विधायक बनने के कुछ समय बाद ही उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया। डॉ. बनवारीलाल ने राव इंद्रजीत सिंह और हलके के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने का सफल प्रयास किया, तो गत विधानसभा चुनावों में भी पार्टी ने दूसरी बार मौका दिया।

पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर बने थे विधायक

पिछले चुनावों में उनका सामना कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. एमएल रंगा से हुआ। उन्होंने 47.99 फीसदी हासिल करते हुए रंगा पर जीत दर्ज की। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और तत्कालीन सीएम मनोहरलाल के बीच राजनीतिक दूरी बनी रहने के बावजूद बनवारीलाल ने दोनों के बीच बराबर सामंजस्य बनाए रखने का सफल प्रयास किया। वह पूर्व सीएम मनोहरलाल की गुड बुक में तो शामिल हुए ही, साथ ही राव के सम्मान में भी कोई कमी नहीं आने दी। प्रदेश में सीएम बदलने के बाद नए सीएम नायब सिंह सैनी ने भी उन पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए मंत्रीमंडल में स्थान दिया है, जिससे उनके समर्थकों का उत्साह कई गुणा बढ़ गया है।

सहकारिता घोटाले से विरोधी हुए थे हावी

प्रदेश के सहकारिता विभाग में सामने आए घोटाले ने एक बार मंत्री की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर दिया था। इस घोटाले के बाद मंत्री के भाजपा में ही विरोधी नेताओं ने भी विपक्षी नेताओं के साथ सिर उठाना शुरू कर दिया था। इन नेताओं ने बावल हलके में भाजपा की टिकट पर दावेदारी जताना शुरू कर दिया था। तत्कालीन सीएम मनोहरलाल ने जब विधानसभा में खुलकर स्थिति स्पष्ट की, तो बनवारीलाल के विरोधियों को बड़ा झटका लगा था।

लोकसभा चुनावों में राव के लिए ताकत

तीसरी बार मंत्री बनने के बाद गत वीरवार को बावल पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त उत्साह के साथ ताकत दिखाते हुए बनवारीलाल को भी उत्साहित कर दिया। उन्होंने समर्थकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि फिलहाल वह गुरूग्राम लोकसभा सीट पर राव इंद्रजीत सिंह को भारी मतों के अंतर से जिताने के लिए एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतर जाएं। उनका मकसद फिलहाल राव इंद्रजीत की जीत रिकॉर्ड मतों से कराना है। इसके लिए चुनाव मैदान में पूरी ताकत लगाई जाएगी।