चंडीगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के विरुद्ध पुलिस द्वारा आंसू गैस, वाटर कैनन और बल प्रयोग पर कड़ा विरोध दर्ज करवाया। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार जानबूझकर टकराव के हालात पैदा कर रही है, जबकि उसे किसानों के साथ बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहिए। अब तक किसानों का पूरा आंदोलन शांतिपूर्ण रहा है और वह अपील करते हैं कि भविष्य में भी यह पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा। लेकिन बीजेपी सरकार (BJP Government) आंदोलन को दबाने के लिए हिंसक रुख अपना रही है, जो निंदनीय व अलोकतांत्रिक है।

डल्लेवाल की हालत हो रही नाजुक

भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत लगातार गिर रही है। बीजेपी सरकार को अपना अड़ियल रवैया छोड़कर किसानों से बातचीत करनी चाहिए। उनकी मांगों का समाधान कर तुरंत जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) का अनशन खत्म करवाना चाहिए। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों की मांग पूरी तरह जायज और कई साल पुरानी है। खुद बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में किसानों को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक एमएसपी देने का वादा किया था। यही वादा बीजेपी सरकार ने किसान आंदोलन को खत्म करवाते हुए भी दोहराया था।

किसानों को रोकना अलोकतांत्रिक कदम

पूर्व सीएम ने कहा कि किसानों को दिए गए आश्वासन के मुताबिक आज तक एमएसपी कमेटी (MSP Committee) का कोई अता-पता नहीं है। ऐसे में किसान सरकार के सामने अपनी मांग नहीं रखेंगे तो क्या करेंगे? किसानों को दिल्ली जाने से रोकना पूरी तरह अलोकतांत्रिक कदम है। प्रजातंत्र में सभी नागरिकों को शांतिपूर्ण तरीके से कहीं भी आने-जाने या अपनी बात कहने का अधिकार है। लेकिन बीजेपी किसानों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा।