Bittu Bajrangi Assaulting Man: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार होने के बाद जमानत पर बाहर आए बिट्टू बजरंगी की गुंडई का वीडियो सामने आया है। जिसमें वह एक युवक को डंडे से पीटते हुए नजर आया। उसके साथियों ने युवक के हाथ और पैर जकड़ रखे हैं। बिट्टू बजरंगी उस पर डंडे बरसा रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि वीडियो में एक पुलिसवाला भी दिख रहा है। लेकिन वह मूकदर्शन बना रहा। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।
एक अप्रैल का वीडियो
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वीडियो 1 अप्रैल का है। जिस शख्स की पिटाई हुई है, वह फरीदाबाद के सरूरपुर का रहने वाला है। शामू नाम के व्यक्ति पर आरोप है कि उसने अपने पड़ोस की दो बच्चियों को चॉकलेट देकर अपने घर में बुलाया। आसपास के लोगों को शक है कि वह उनका यौन शोषण करना चाहता था। उसके कुछ पड़ोसी घर में घुस आए और शामू को पकड़ लिया।
बजरंगी के घर ले गए गोरक्षक
घटना की खबर फैल गई और बजरंगी के गौरक्षक समूह, गोरक्ष बजरंग फोर्स के सदस्य मौके पर पहुंचे और शामू को अपने साथ फरीदाबाद के संजय एन्क्लेव में बिट्टू बजरंगी के घर ले गए। बजरंगी के घर के बाहर उसके साथियों ने शामू के हाथ-पैर पकड़े। इस बीच शामू रहम की भीख मांगता रहा। छोड़ देने के लिए बजरंगी के सामने गिड़गिड़ाता रहा। लेकिन बजरंगी ने उसे जमकर पीटा।
Watch Video...
पास ही खड़ा रहा पुलिसकर्मी
उस वक्त एक पुलिसकर्मी शामू से कुछ इंच की दूरी पर एक कुर्सी पर बैठा हुआ दिखाई दिया। बाद में वह उठता है, लेकिन हस्तक्षेप करने के बजाय वह तमाशा देखता रहता है। फिर एक आदमी को दूसरों से शामू को अपनी तरफ करने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है और बजरंगी उर्फ राज कुमार उसे छड़ी से कम से कम चार बार मारने के लिए आगे बढ़ता है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बजरंगी के आगे बढ़ने से पहले एक लड़की की मां ने भी शामू को छड़ी से मारा था।
सारन पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी ने कहा कि हमने वायरल वीडियो देखा है। उस व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं जिसे पीटा गया था। उसकी शिकायत मिलने के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे।
नूंह हिंसा में गई थी 5 लोगों की जान
हरियाणा के नूंह में पिछले साल जुलाई में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। विश्व हिंदू परिषद दौरान शोभायात्रा पर पथराव हुआ था। फिर हिंसा की आग गुरुग्राम और बादशाहपुर सहित अन्य क्षेत्रों में भी फैल गई थी। इस हिंसा में पांच लोग मारे गए थे। जबकि 70 लोग घायल हो गए। एक मस्जिद में भी आग लगा दी गई थी और मृतकों में एक मौलवी भी शामिल था।