योगेंद्र शर्मा, चंडीगढ़: प्रदेश में भाजपा की हैट्रिक के साथ ही सूबे की नायब सैनी (Nayab Saini) सरकार भी पूर्व सीएम मनोहर लाल द्वारा निर्धारित लाइन पर ही आगे बढ़ने की तैयारी में है। अति गरीब और वंचितों के घरों में दिया जलाने की मुहिम के तहत ही भाजपा ने डीएससी समाज का राज्य स्तरीय कार्यक्रम तय किया है अर्थात इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम के जरिये भाजपा एक तीर से कई निशाने साधने की तैयारी में लगी हुई हैं।
आरक्षण में वर्गीकरण से मिलेगा हक
भाजपा द्वारा हैट्रिक लगाने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार आरक्षण में वर्गीकरण के बाद वंचितों को उनका हक दिलाने की मुहिम ने डीएससी समाज में जान डाल दी है। यह मसला बरसों बरस उठता रहा है। अब प्रदेश स्तरीय आयोजन कर भाजपा एक संदेश देना चाहती है कि वो अंत्योदय के सिद्धांत पर अडिग है। जिनके पास कुछ नहीं है, उनको आगे लाने का प्रयास हर हाल में होगा। वंचित अनुसूचित जाति को आरक्षण में वर्गीकरण भी इसी की एक पहल है। आरक्षण (Reservation) में वर्गीकरण का सीधा लाभ देने की मुहिम चलने से वंचित दलित समाज के युवाओं में भारी जोश है, साथ ही आने वाले वक्त में उन्हें रोजगार व नौकरी मिलने की उम्मीद है।
रोजगार की गारंटी का निर्णय रहा फायदे का सौदा
हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की सफलता के पीछे यह बड़ा कदम रहा है। इसके अलावा सवा लाख को रोजगार की गारंटी का फैसला भी बड़े सियासी फायदे का सौदा रहा। भाजपा आरक्षण में वर्गीकरण के फैसले पर दो कदम आगे बढ़कर वंचितों, दलितों के लिए खास मुहिम चलाने की रणनीति पर चल रही है। डीएससी समाज भी भाजपा के इस फैसले से उत्साहित है। यहां पर बता दें कि चुनावी मुहिम के तहत ही 22 सितंबर को इस समाज ने बड़ा आयोजन किया था।
कांग्रेस ने कर दिया था बंद
डीएससी को कांग्रेस ने 2005 में आरक्षण में वर्गीकरण का लाभ बंद कर दिया था। सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आते ही मुख्यमंत्री सैनी ने आरक्षण के वर्गीकरण का फैसला कर दिया। फैसला लागू होने और समाज द्वारा हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) का रुख बदलने से साफ हो गया कि भाजपा को इस मुहिम का फायदा मिल रहा है। 24 नवंबर को जींद का राज्य स्तरीय कार्यक्रम खासतौर पर रखा गया है। इस दिन राज्यस्तरीय जयंती समारोह में जींद एकलव्य स्टेडियम में डीएससी समाज सूबे के सीएम नायब सैनी का सम्मान करने जा रहा है।