Haryana Politics: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक बार फिर हार का मुंह देखना पड़ा। हरियाणा में बीजेपी ने हैट्रिक मारते हुए 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस के खाते में 37 सीटें ही आईं। हरियाणा में कांग्रेस की हार पर बीजेपी प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए कभी भी खत्म नहीं हुआ था। कांग्रेस अधिक उत्साहित थी।

कांग्रेस अधिक उत्साहित थी- सतीश पूनिया

बीजेपी के हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया ने कहा कि हरियाणा चुनाव भाजपा के लिए कभी भी खत्म नहीं हुआ था, हमेशा से ही ऐतिहासिक आधार पर उम्मीदें थीं। शुरुआत में डाक मतपत्रों की गिनती की जाती है, जो आमतौर पर प्रक्रिया के शुरुआती दौर में होता है। कांग्रेस इतनी उत्साहित थी कि उसने जलेबी का ऑर्डर दिया और फिर बिना भुगतान किए ही वापस लौटना पड़ा।

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने हरियाणा में भाजपा को कम आंका। हरियाणा में राजनीतिक परिदृश्य ऐतिहासिक रूप से कांग्रेस से अलग रहा है, जैसा कि चौधरी देवीलाल और बंसीलाल जैसे नेताओं ने स्थापित किया था। सतीश पूनिया ने कहा कि सभी लोग लोकसभा चुनाव के आधार पर विश्लेषण करते रहते, बीजेपी 10 में से पांच सीटों पर ही जीती और पांच पर हारी है। लोग हार पर चर्चा करते रहे, लेकिन जीत पर नहीं की। हार पर चर्चा करते तो उन्हें पता लगता कि 10 में से पांच हम जीते और 3 सीटों पर हम लगभग बराबरी की स्थिति में थे।

अगर विधानसभा का विश्लेषण करते तो इतने नेगेटिव नैरेटिव के बाद भी हम 44 सीटों पर लीड पर थे। इसके बाद हमें विश्वास हो गया था कि हम विधानसभा में अच्छा कर सकते हैं। नेगेटिव नैरेटिव के चलते किसी भी विश्लेषक ने इसे डीप लेकर ध्यान नहीं दिया। जिससे हमारे और भरोसा बड़ा।

हमने जमीन कब खिसका दी कांग्रेस को पता भी नहीं चला- पूनिया

सतीश पूनिया ने कहा कि एक अच्छी बात यह भी थी कि कांग्रेस अतिआत्मविश्वास में थी और हम नीचे मौन रहकर जमीन पर अपना काम कर रहे थे। हमने उनकी जमीन कब खिसका दी, ये कांग्रेस को भी नहीं पता चला। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता ने बीजेपी  के काम पर मोहर लगाई।

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