भाजपा और कांग्रेस के बीच का रिश्ता तो जगजाहिर है, दोनों ही पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ कोई भी बयानबाजी करने से नहीं चूकती है। ऐसे में कभी ही कोई खबर सामने आती है, जिसमें कोई नेता अपनी विपक्षी पार्टी के नेता की तारीफ करे। ऐसा ही एक मामला हरियाणा से सामने आया है। यहां सफीदों विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की तारीफ की।
रामकुमार गौतम अपने पैतृक गांव नारनौंद दादा देवराज धर्मशाला पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर उन्होंने ग्राम वासियों द्वारा दिए गए सम्मान का धन्यवाद दिया और कहा कि मैं ऋणी रहूंगा। इसके अलावा उन्होंने मंत्री पद न मिलने पर अपना दर्द लोगों के साथ बांटा और इस दौरान वो भाजपा पर भी हमलावर रहे। इसके अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को लेकर उनके तेवर काफी नरम नजर आए।
भूपेंद्र हुड्डा को लेकर क्या बोले रामकुमार
भूपेंद्र हुड्डा को लेकर रामकुमार गौतम ने कहा कि मैं भूपेंद्र हुड्डा से नफरत नहीं करता हूं, वो एक अच्छा इंसान है। अगर मेरी इस बात को लेकर कोई बुरा मानता है तो 20 बार बुरा मानों। अगर चुनाव से पहले मैं भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ गलत नहीं बोलता, तो प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बनती। इस दौरान मैंने मैंने दो जमा दो का पहाड़ा पढ़ा और भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ वो-वो बातें कही जो नहीं कहनी चाहिए थी। ये मुझे शोभा नहीं देता। इस बात का भूपेंद्र हुड्डा को भी बुरा लगा होगा और वो सोच रहे होंगे कि मैंने राम कुमार का क्या बिगाड़ा है, जो उसने मेरे लिए ऐसी बातें कहीं।
प्रदेश में मेरे कारण बनी भाजपा की सरकार
गौतम ने कहा कि चुनाव से पहले कोई ये नहीं कह रहा था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। मैंने अकेले कहा था कि हरियाणा में नायब सैनी मुख्यमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही उन्होंने मंत्री पद न मिल पाने का भी दुख जताया। उन्होंने कहा कि शायद मंत्री की कुर्सी मेरे नसीब में नहीं है। अगर मुझे मंत्री पद मिलता, तो मैं नारनौंद हलके का कर्ज उतार सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
चुनाव से पहले भाजपा ने क्यों बदला मुख्यमंत्री
रामकुमार गौतम ने नायब सिंह सैनी को ट्रंप कार्ड बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मुख्यमंत्री चेहरा बदल दिया। मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी पर दाव खेला। इस बात पर दुष्यंत ने कहा था कि अगर भाजपा ऐसा नहीं करती, तो चुनाव में हार जाती। भाजपा ने टिकट भी बड़ी समझदारी के साथ बांटे हैं और उन्हें इसका फायदा भी हो रहा है।
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