हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी है। सट्टा किंग हो या फिर एग्जिट पोल, सभी ने हरियाणा में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने का दावा किया था। मतगणना के शुरुआती रुझानों में यह दावा सच भी साबित होता दिखाई दिया, लेकिन बाद में बीजेपी ने जबरदस्त वापसी की। ताजा रुझानों को देखें तो कांग्रेस की बजाए बीजेपी भारी बहुमत से सरकार बना सकती है। ऐसा हुआ तो कहना गलत नहीं होगा कि हरियाणा की 36 बिरादरियों ने मिलकर सट्टा किंग और एग्जिट पोल, दोनों को चकमा दिया है।

अब आप भी सोच रहे होंगे कि सट्टा किंग और एग्जिट पोल का दांव उलटा पड़ने की वजह से सट्टा बाजार को खासा नुकसान पहुंचा होगा। तो चलिये बताते हैं कि इस हार में भी सट्टा किंग ने किस तरह से बाजी मार ली है। इससे पहले बताते हैं कि सट्टा किंग और एग्जिट पोल ने क्या दावा किया था।

कांग्रेस की सरकार बनने का किया था दावा

फालोदी सट्टा बाजार ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले ही दावा कर दिया था कि इस चुनाव में कांग्रेस भारी बहुमत से जीत हासिल करेगी। फालोदी सट्टा बाजार ने कांग्रेस को 55 से 58 सीटें और बीजेपी को 24 से 26 सीटे मिलने का अनुमान जताया था। आम आदमी पार्टी, जेजेपी और इनेलो को दरकिनार कर दिया था।

इससे पहले सट्टा बाजार ने दावा किया था आप और कांग्रेस मिलकर 55 से अधिक सीटें हासिल कर सकते हैं। जब आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हुआ, तो भी सट्टा बाजार ने दांव नहीं बदला। मतलब कि दावा कर दिया कि अकेले कांग्रेस भी 55 से अधिक सीटें हासिल कर लेगी। चुनावी हवा देखकर सट्टा खेलने वालों ने भी दांव लगाया होगा, लेकिन इस बार भी सट्टा किंग की बसाई बिसात में फंस गए।

दोपहर 12 बजे के रुझान

चुनाव आयोग के मुताबिक, दोपहर 12 बजे के रुझानों के मुताबिक बीजेपी 49 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस की बात करें तो 35 सीटों पर आगे है, जबकि इनेलो और बसपा एक-एक सीट पर आगे चल रही है। इसी प्रकार चार सीटों पर निर्दलीय आगे चल रहे हैं। जानकारों की मानें तो दोपहर 1 बजे तक चुनावी नतीजों की तस्वीर पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगी। बहरहाल, वर्तमान की स्थिति को देखें तो चुनाव नतीजों के नाम पर सट्टा खेलने वालों को भारी नुकसान होना तय है।

एग्जिट पोल पर भी उठ रहे थे सवाल

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर ज्यादातर एग्जिट पोल में भी कांग्रेस को भारी बहुमत मिलने का दावा किया था। सट्टा बाजार की तरह एग्जिट पोल ने भी कांग्रेस को 55 से अधिक सीटें मिलने और बीजेपी के 28 से कम सीटों पर सिमटने का अनुमान जताया था। सोशल मीडिया पर कई बीजेपी समर्थकों ने आरोप लगाया था कि यह एग्जिट पोल सट्टा किंग की प्रीडिक्शन पर आधारित दिखता है। भाजपा नेताओं ने भी दावा किया था कि यह एग्जिट पोल ठीक नहीं है, 8 अक्टूबर को नतीजे बीजेपी के पक्ष में आएंगे। अब बीजेपी नेताओं के दावे हकीकत में बदलते दिखाई दे रहे हैं।

हमेशा सट्टा किंग से बचकर रहें

सट्टा किंग हमेशा ऐसा अनुमान देता है, जिस पर ज्यादा से ज्यादा लोग भरोसा करके अधिक से अधिक पैसे लगा दें। हमने भी आपको चेताया था कि सट्टा किंग भले ही कांग्रेस को जिता रहा हो, लेकिन यह दांव पैसा कमाने का भी हो सकता है क्योंकि सट्टा किंग अपने पूरे पत्ते नहीं खोलेगा क्योंकि उसे मुनाफा कमाना होता है।

राजनीतिक जानकारों ने भी इसकी पुष्टि की थी, लेकिन इनका भी एक दावा गलत हो गया कि हरियाणा में जेजेपी और इनेलो में से कोई किंगमेकर की भूमिका में आ सकता है। यह चुनाव त्रिकोणीय हो सकता है, लेकिन यह चुनाव त्रिकोणीय होने की बजाए कांग्रेस और बीजेपी के बीच आमने-सामने की टक्कर में तब्दील हो गया। यहां क्लिक कर पढ़िये विस्तृत खबर

Disclaimer: भारत में सट्टा खेलना गैरकानूनी है। हमारा उद्देश्य सट्टा को प्रमोट करना नहीं बल्कि लोगों को जागरूक करना है। भविष्य में भी आप सट्टा किंग के प्रलोभर से बचकर रहें ताकि आर्थिक नुकसान से बचे रहें।