रेवाड़ी/धारूहेड़ा: धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र स्थित लाइफ लॉन्ग कंपनी में एक सप्ताह पहले डस्ट कलक्टर फटने से झुलसे कर्मचारियों में से दस की मौत हो चुकी हैं। रोहतक पीजीआई में उपचाराधीन 3 और कर्मचारियों ने देर रात दम तोड़ दिया, जबकि चार कर्मचारियों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इतने बड़े हादसे के बावजूद अभी तक कंपनी मालिक और ठेकेदार की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। कर्मचारी नेता लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे है। लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी को काबू नहीं किया।

उपचार के दौरान इन कर्मचारियों ने तोड़ा दम

कंपनी में डस्ट कलक्टर फटने से हुए हादसे में झुलसे यूपी के बहराइच निवासी दिवेश, यूपी के सिखरोना निवासी घनश्याम व यूपी के गोंडा निवासी मनोज कुमार की देर रात मौत हो गई। इससे पहले दो दिनों में 7 कर्मचारियों ने रोहतक पीजीआई और दिल्ली के सफदरंग अस्पताल में दम तोड़ा था। इनमें अयोध्या निवासी अमरजीत, देवानंद, मैनपुरी निवासी अजय, बहराइच निवासी विजय, गोरखपुर निवासी रामू, फैजाबाद निवासी राजेश व पंकज शामिल है। मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है, लेकिन अभी तक पुलिस ने मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है।

उपचाराधीन 4 कर्मचारियों की हालत नाजुक

कंपनी में हुए हादसे के बाद रोहतक पीजीआई में 9 कर्मचारी उपचाराधीन है, जिसमें से चार कर्मचारी आईसीयू में भर्ती है। इसके अलावा दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल और जिले के नागरिक अस्पताल में भी कर्मचारियों का इलाज चल रहा है। धारूहेड़ा थाने में कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है तथा मामले में गठित की गई कमेटी जांच कर रही है। धारूहेड़ा स्थित लाइफ लॉन्ग कंपनी में 16 मार्च की शाम डस्ट कलक्टर फटने से 50 से अधिक कर्मचारी झुलस गए थे।