सिरसा/हिसार। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने आज ठेकेदार से बिल पास करने की एवज में 40000 हजार की रिश्वत लेते हुए ब्लाक समिति सिरसा के चेयरमैन कृष्ण कुमार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। ठेकेदार ने एंटी करप्शन ब्यूरों को चेयरमैन के खिलाफ शिकायत दी थी। जिसके बाद टीम ने ठेकेदार को रंगें हाथों पकड़ने के लिए योजना बनाई तथा वीरवार को चेयरमैन कृष्ण कुमार को एयरफोर्स स्टेशन के पास 40 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगें हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
बिल की पेमैंट करने के लिए रखी थी डिमांड
अपनी शिकायत में पंचायत विभाग के ठेकेदार राजकुमार ने बताया कि उसने करीब नौ माह पूर्व कंवरपुरा में दो गलियों व स्वास्थ्य केंद्र की चारदीवारी का निर्माण किया था। काम पूरा होने के बाद विभाग के पास बिल प्रस्तुत किए। लंबे समय तक बिल पास नहीं किए तथा ब्लॉक समिति चेयरमैन ने बिल पास करने की ऐवज में पैसे देने की मांग रखी। बातचीत के बाद 40 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। जिसके बाद एसीबी ने निरीक्षक सुखजीत सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया तथा चेयरमैन को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगें हाथों गिरफ्तार कर लिया।
ससुर ने दफ्तर में घुसकर बाल निषेध अधिकारी को धमकाया
हांसी। हिसार की जिला बाल संरक्षण कम बाल विवाह निषेध अधिकारी ने उगालन निवासी रामेश्वर पर सरकारी काम में बाधा डालने व अभद्र व्यवहार करने और देख लेने की धमकी का केस दर्ज करवाया है। हांसी सिटी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच आरंभ कर दी है। बाल विवाह निषेध अधिकारी बबीता चौधरी ने बताया है कि उगालन निवासी रामेश्वर ने हमारे कार्यालय में मेरे व स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया है। वह एक महिला पुलिस कर्मचारी व उसके पति के बीच हुए पारिवारिक विवाद व झगड़े मामले में उक्त दंपती की काउंसिलिंग कर रही थी।
महिला पुलिस कर्मी का पति के साथ चल रहा है विवाद
बबीता चौधरी ने बताया कि पति पत्नी में आपसी मनमुटाव चल रहा है। इसके कारण उनमें अक्सर कहा-सुनी होती रहती है। इसी को लेकर उन्होंने उक्त दंपती की काउंसिलिंग कराने के लिए कार्यालय में आया हुआ है। उन्होंने बताया कि काउंसिलिंग के लिए उन्होंने जब भी उक्त दंपती को कार्यालय में बुलाया तो पत्नी का ससुर रामेश्वर उनके साथ आया और कार्यालय में आते ही मेरे व कार्यालय के स्टाफ के साथ कई बार अभद्र व्यवहार किया और सभी को देख लेने की धमकी दी। आरोपी को कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माना।