Ambala: शालीमार कॉलोनी से लापता 32 वर्षीय दिग्विजय सिंह उर्फ रोबिन का शव मिल गया है। उसके दोस्त ने ही हत्या के बाद शव नहर में फेंका था। पुलिस ने रोबिन के दोस्त सरहिंद के रहने वाले टैक्सी चालक गुरविंद्र उर्फ लाली को गिरफ्तार किया। सीआईए-एक की टीम दिग्विजय के माता-पिता के साथ आरोपी को पंजाब के सराला में नहर के पास लेकर गई थी। यहां से शव को बरामद किया गया। आखिरी बार दिग्विजय को गुरविंद्र ही उसे कालका चौक छोड़ने को कहकर अपने साथ ले गया था। ऐसे में पुलिस के लिए लाली ही मामले में अहम गवाह था। उसने पुलिस की पूछताछ में सच उगल दिया। हत्या किस वजह से की गई, इसको लेकर सीआईए पूछताछ कर रही है।
दिग्विजय को तीन माह पहले हुआ था बेटा
मृतक दिग्विजय के पिता एवं रिटायर्ड शिक्षक कर्ण सिंह ने बताया कि गुरविंद्र उर्फ लाली पहले उनकी कॉलोनी में ही रहता था जो बाद में सरहिंद चला गया। दिग्विजय को 3 माह पहले बेटा हुआ था। पहली बार वह बच्चे को लेकर पत्नी के साथ करनाल में ससुराल गया था। वहां से उसे शगुन का पैसा मिला था। कुछ पैसा उन्होंने उसे देकर भेजा था। दिग्विजय नानी के पास पानीपत चला गया, जहां बच्चे को शगुन मिला था। दिग्विजय को लाली ने पार्टी के लिए अंबाला बुलाया। लाली ने अंबाला आने के बाद दिग्विजय को करनाल से चलने के लिए फोन किया। 17 अप्रैल को दिग्विजय घर आ गया। लाली भी उसके साथ उनके घर पर रुका था।
आरोपी को कालका चौक छोड़ने गया था मृतक
घर में रूके आरोपी गुरविंद्र को दिग्विजय कालका चौक छोड़ने के लिए गया था। दिग्विजय अपनी कार लेकर गया था लेकिन बाद में वह वापस नहीं लौटा। 20 अप्रैल को उन्होंने सिटी थाना में केस दर्ज कराया। पिता से आरोपी गुरविंद्र ने कहा था कि वह ऑटो से चला गया था। दिग्विजय कार लेकर कहां गया, उसे नहीं पता। कर्ण सिंह ने बताया कि दिग्विजय पहले बद्दी में नौकरी करता था। अब यहां रेस्टोरेंट खोलने की तैयारी कर रहा था। इसको लेकर सामान खरीद रहा था। पुलिस अभी आरोपी से हत्या के बारे में पूछताछ कर रही है।