हिसार। गांव डाबड़ा निवासी बुजुर्ग प्रताप सिंह ने मंगलवार सुबह अपनी पत्नी बिमला व पौते नसीब के साथ कीटनाशक खा लिया। गंभीर अवस्था में तीनों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पहले नसीब व फिर बिमला व प्रताप की मौत हो गई। घटना का पता चलने के बाद परिवार के सदस्यों ने तीनों को नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां उपचार के दौरान तीनों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।

बेटे की हो चुकी है मौत

प्रताप का बेटा नशे का आदी था। जिसके चलते उसकी पुत्रवधू ने बेटे से तलाक ले लिया। जिस कारण पौता नसीब दादा दादी के पास ही रहता था। पिछले करीब 10 साल से प्रताप ढंढूर के पास हिसार निवासी एक व्यक्ति के खेत में हिस्से पर खेती कर रहा था। जमीन मालिक खेती करने के बाद भी प्रताप का हिसाब नहीं कर रहा था। जिससे वह परेशान रहने लगा। माना जा रहा है कि इसी परेशानी के चलते प्रताप ने पत्नी व पौते के साथ मंगलवार सुबह जहर खाकर अपनी जान दे दी। गांव में दादा, दादी और पौते की मौत से हर कोई हैरान है। घटना का पता चलने के बाद प्रताप, बिमला और नसीब को नागरिक अस्पताल भर्ती करवाया गया जहां तीनों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। 

10वें हिस्से पर करता था खेती 

गांव डाबड़ा निवासी प्रताप गांव ढंढूर में पिछले 10 साल से 10वें हिस्से पर खेती करता था और पिछले कुछ समय से ढंढूर में ही रह रहा था। जिससे पूरे परिवार का गुजारा होता था। प्रताप का बेटा नशे का आदि था और उसका तालाक हो चुका है। इस कारण प्रताप का पौता नसीब, दादा और दादी बिमला के साथ रहता था। प्रताप का बेटा कई दिनों तक नशे के कारण घर नहीं आता था। पूरे परिवार की जिम्मेदारी प्रताप के ऊपर थी।

तलाक के बाद बेटे ने नहीं की दूसरी शादी

तलाक होने के बाद भी नसीब ने दूसरी शादी नहीं की। पत्नी से तलाक के कारण कुछ समय बाद उसने नशा करना शुरू कर दिया और वह नशे का आदी हो गया। जिस कारण उसकी मौत होने के बाद पौते के पालन पोषण की जिम्मेदारी प्रताप पर आ गई। हालांकि मौत के वास्तविक कारणों का पता तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।