Haryana News: कारोबारी की कोठी पर फायरिंग करने के मामले में गोल्डी बराड़ गिरोह के 8 गुर्गों पर चंडीगढ़ अदालत ने आरोप तय कर दिए हैं। बता दें कि अदालत ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA)और आर्म्स एक्ट के तहत आरोप तय किए हैं। इस मामले में गुरविंदर सिंह उर्फ लोदी, काशी सिंह उर्फ हैरी, शुभम कुमार गिरी उर्फ पंडित, अमृतपाल सिंह उर्फ गुज्जर, कमलप्रीत सिंह, प्रेम सिंह, सरबजीत सिंह उर्फ सरबू और गगनदीप सिंह गोल्डी पर केस चलेगा। इस मामले के मुख्य आरोपी गोल्डी बराड़ और गोल्डी ढिल्लों अब तक फरार चल रहे हैं।

3 करोड़ की मांगी थी फिरौती

मामला 19 जनवरी 2024 का है, जब गोल्डी बराड़ ने सेक्टर 10 के रहने वाले मक्कड़ सिंह से 3 करोड़ की फिरौती मांग की थी। कुलदीप सिंह मक्कड़ ने पैसे देने से मना कर दिया था। जिसके बाद गोल्डी बराड़ ने अपने गुर्गो से मक्कड़ सिंह की कोठी पर फायरिंग करवाई थी। फायरिंग में 5 गोलियां चलाई गई थी। इस फायरिंग में किली की जान नहीं गई थीं।

मक्कड़ सिंह की शिकायत के आधार पर इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले के मुख्य आरोपी गोल्डी बराड़ और गोल्डी ढिल्लों अब तक पकड़े नहीं गए हैं, दोनों आरोपियों पर 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। बता दें कि इस मामले में अगली सुनवाई 22 अक्टूबर को होगी।

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गोल्डी बराड़ का लॉरेंस बिश्नोई के साथ संबंध 

आरोपियों से पूछताछ करने पर गोल्डी बराड़ के कई नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पुलिस को पता कि गोल्डी बराड़ और गोल्डी ढिल्लों पंजाब, चंडीगढ़ और अन्य राज्यों में जबरन वसूली और नारकोटिक्स के धंधे में भी शामिल हैं। पुलिस जांच में यह भी पता लगा है कि गोल्डी बराड़, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर अपराधों को अंजाम तक पहुंचाता है, विदेश से पूरे नेटवर्क को चलाते हैं। इसके अलावा गोल्डी बराड़ का गैंग हथियारों की खरीद-फरोख्त और नशीले पदार्थों की तस्करी में भी शामिल है।