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हरियाणा के सीएम ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को किया संबोधित  बोले, देशभर में किया जा रहा हमारी बेस्ट प्रैक्टिसेज का अनुसरण, फिर भी और सुधार की जरूरत, निर्धारित समय में लक्ष्य हासिल करने को बनाएं प्राथमिकता। मीटिंग में स्थानीय अधिकारियों ने मुख्य सचिवों क ेसामने अपने अपने विभागों का रखा ब्योरा। 

Chief Secretaries Conference News। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने  कहा कि आज हमे मौजूदा व्यवस्थाओं को विकल्प तलाशकर जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने, आधुनिक प्रोद्वोगिकी को एकीकृत करने, और अपने डोमेन के भीतर विकासात्मक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए नए विचार लाएं ताकि हरियाणा भी केंद्र सरकार के साथ अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा कर सके। सभी विभागों से कल्याणकारी योजनाओं तक निर्बाध पहुंचे और सेवा वितरण में उत्कृष्टता आए। मुख्य सचिवों के तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान स्थापित  किये गए सभी  प्रस्तावों को अक्षरश: लागू करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिवों के तीसरे सम्मेलन की अध्यक्षता के दौरान अपने संबोधन में यह बात कही।

सर्वोत्तम प्रथाएं केंद्र के साथ करें साझा

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के सभी विभाग जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने और अपने डोमेन के भीतर विकासात्मक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए नए विचार लाएं ताकि हरियाणा भी केंद्र सरकार के साथ अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा कर सके। हालांकि कई क्षेत्रों  में हरियाणा की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अनुसरण किया जा रहा है , लेकिन फिर भी सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम निरंतर वृद्धि के लिए प्रयास करें और निर्धारित समय से पहले ही दिए लक्ष्यों को पार कर लें।

गुणवत्ता को बनाए प्राथमिकता

बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की नीतियों से संबंधित सभी पहलुओं पर एक अधिक व्यापक प्रणाली का प्रस्ताव करते हुए मौजूदा व्यवस्था का विकल्प तलाशने का भी सुझाव दिया।बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप दिसंबर 2023 में दिल्ली में आयोजित मुख्य सचिवों के तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में कल्याणकारी योजनाओं तक आसान पहुंच को प्राथमिकता देते हुए  सेवा वितरण गुणवत्ता पर भी फोकस किया गया। सम्मेलन में भूमि एवं संपत्ति, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य और स्कूली शिक्षा सहित पांच मुख्य विषयों  पर चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, साइबर सुरक्षा: उभरती चुनौतियां; एआई पर परिप्रेक्ष्य, जमीनी स्तर की कहानियां: आकांक्षी ब्लॉक और जिला कार्यक्रम; राज्यों की भूमिका: योजनाओं और स्वायत्त संस्थाओं को युक्तिसंगत बनाना और पूंजीगत व्यय बढ़ाना; शासन में एआई: चुनौतियाँ और अवसर पर भी विशेष सत्र आयोजित किए गए।

इन्होंने रखा ब्योरा 

बैठक में एसीएस सुधीर राजपाल, जी. अनुपमा, एके. सिंह, आनंद मोहन शरण व विकास गुप्ता ने अपने अपने विभागों से सम्बंधित विषयो पर प्रस्तुतियाँ देते हुए मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान हुई चर्चाओं और निर्णयों के बारे में जानकारी भी प्रदान की।

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