Kaithal: बदसूई के युवक को इंग्लैंड भेजने के नाम पर चार आरोपियों ने उसके पिता से 9 लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ित ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत दी तो उन्होंने कार्रवाई करने की बजाय शिकायत को बंद कर दिया। दो बार सीएम विंडो पर शिकायत दी, इसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज करते हुए जांच शुरू की है। पुलिस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।
कुरुक्षेत्र में आफिस बनाकर लोगों से कर रही ठगी
गांव बदसूई निवासी राजिंद्र सिंह ने बताया कि उसका लड़का हितेश विदेश जाने का इच्छुक था। इसके लिए उसने गांव मिर्जापुर जिला कुरुक्षेत्र निवासी अजय की एकादमी में पीटीई की। आरोपी के दोस्तों नीरज और रवि ने कुरुक्षेत्र में अपना ऑफिस बनाया हुआ था, जो बच्चों को विदेश भेजने का काम करते थे। आरोपी अजय ने उन्हें नीरज, सुरेंद्र और रवि से मिलवाया, जिन्होंने बताया कि वे लड़के को इंग्लैंड भेज देंगे और वहां पर उसे काम दिलवाने की भी जिम्मेवारी होगी। उन्होंने आरोपियों की बातों पर विश्वास करके अपने लड़के के सभी संबंधित दस्तावेज उन्हें दे दिए और नौ लाख रुपए पांच नवंबर 2020 को नीरज के खाते में डलवा दिए। लड़के को विदेश भेजने का सौदा 11 लाख रुपए में तय हुआ था। रुपए लेने के बाद आरोपी वीजा देने के नाम पर आनाकानी करते रहे। जब काफी इंतजार के बाद उन्होंने लड़के को विदेश भेजने या फिर रुपए वापस देने के लिए कहा तो आरोपी उसे नौ लाख रुपए और मांगने लगे।
दबाव बनाकर आरोपियों ने फिर लिए पैसे
राजिंद्र सिंह ने बताया कि आरोपियों ने कहा कि उन लोगों ने पहले जो नौ लाख रुपए लिए हैं, वे पैसे हितेश को विदेश भेजने के बाद वापस कर देंगे। इस पर उसने पैसे देने से मना किया तो आरोपियों ने दबाव बनाया कि यदि तुमने अपने लड़के का काम उनसे नहीं करवाया तो दिए गए नौ लाख रुपए वापस नहीं करेंगे। उसने मजबूर होकर लड़के को इंग्लैंड भेजने के लिए 10 लाख रुपए दे दिए। उसके बाद आरोपियों ने लड़के को विदेश तो भेज दिया, लेकिन पिछले तीन साल से उसके नौ लाख रुपए वापस नहीं कर रहे। रुपए मांगने पर जान से मारने की धमकी देते हैं।
सीएम विंडो पर 2 बार की शिकायत, अब जाकर केस हुआ दर्ज
राजिंद्र सिंह ने बताया कि उक्त मामले को लेकर उसने दो बार सीएम विंडो पर शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। शिकायत को बिना किसी कार्रवाई के बंद कर दिया। उसने कई उच्च अधिकारियों को उक्त मामले के बारे में शिकायत दी, लेकिन पुलिस द्वारा बनाई गई झूठी जांच रिपोर्ट को आधार बनाकर शिकायत को दफ्तर दाखिल कर दिया गया। मामले के जांच अधिकारी मनबीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।