Haryana News: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है कि राज्य में जहां कहीं भी पेयजल स्रोत के आसपास इंडस्ट्री या सीवरेज का दूषित पानी डाला जा रहा है, उससे संबंधित व्यक्ति या संस्थान और गंदे नालों से पीने के पानी को प्रदूषित करने वाले लोगों की के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पीने के पानी और पर्यावरण को दूषित होने से बचाने का आह्वान किया है।

बांध बनाने के लिए करोड़ों की लागत  

संजीव कौशल ने चंडीगढ़ में हरियाणा पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान यह बात रखी। मुख्य सचिव ने कहा कि सोनीपत कुंडली के समानांतर ड्रेन नंबर 6 और 8 के रखरखाव, सफाई एवं क्षमता और बांध बनाने के लिए 45 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। साथ ही, उन्होंने पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को इन ड्रेनों में चल रहे गहरे रंग के पानी की जांच करने के आदेश भी दिए हैं, क्योंकि यह पानी प्रदूषण को बढ़ा सकता है।

मार्च तक का दिया समय

संजीव कौशल ने मार्च तक इस काम को पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि सोनीपत के राई और कुंडली में 10 एमएलडी, ककरोई में 25 एमएलडी तथा राठधना रोड पर 30 एमएलडी क्षमता का एसटीपी लगाने का कार्य जल्द पूरा कर लिया जाए।

लोगों को चुकानी पड़ी कीमत  

कुछ समय पहले खबर आई थी कि हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र ने पिछले कई सालों में कई लोगों को रोजी-रोटी दी है। एक गांव से कुंडली एक प्रमुख-औद्योगिक क्षेत्र में बदल गया। लेकिन, इसके लिए इस यहां के लोगों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। अनियंत्रित रूप से उद्योगों के बढ़ने से वायु और जल प्रदूषण बढ़ा है, जिससे स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य संबंधी मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है।

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चल रही है कई फैक्ट्रियां

इस क्षेत्र की स्थानीय आबादी लगभग 30,000 है। इसके अलावा, यहां लगभग 1,00,000 प्रवासी श्रमिक भी रहते हैं। कुंडली औद्योगिक क्षेत्र में मध्यम और बड़े पैमाने के कई रबर, प्लास्टिक और पॉलिएस्टर के कारखाने हैं। कुंडली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अनुसार, कुंडली क्षेत्र में कई फैक्ट्रियां चल रही है।