चंडीगढ़: सीएम नायब सिंह सैनी ने हरियाणा विधानसभा में आश्वासन देते हुए कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव जल्द करवाए जाएंगे। अभी हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनावों के मद्देनजर वोट बनवाने की प्रक्रिया जारी है। सीएम हरियाणा विधानसभा में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा के दौरान बोल रहे थे। सीएम ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक अधिनियम के तहत हरियाणा सिख गुरुद्वारा न्यायिक आयोग के गठन का प्रावधान है।

आयोग का अध्यक्ष हाईकोर्ट का हो सकता है जज

सीएम नायब सैनी ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष के लिए पहले यह प्रावधान था कि आयोग का अध्यक्ष जिला न्यायाधीश होगा। यदि जिला न्यायाधीश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त नहीं किया जाता, तो तीन सदस्यों में से एक उनकी वरिष्ठता के क्रम में अध्यक्ष होगा। इस विधेयक में यह प्रावधान किया है कि आयोग का अध्यक्ष हाईकोर्ट (High Court) या जिला न्यायालय का जज हो सकता है। 65 साल आयु की ऊपरी सीमा को भी हटाया गया है। सरकार ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के लिए रोक नहीं लगाई है। चुनावों के लिए एक अलग कमेटी बनी हुई है, जो संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया को देख रही है।

डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार

सीएम नायब सैनी ने कहा कि प्रदेश में डेंगू की रोकथाम और इसके बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी है और लगातार फॉगिंग करवाई जा रही है। मौसम में बदलाव को देखते हुए फॉगिंग को और तेज करने के निर्देश दे दिए हैं। सरकार द्वारा आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे। डेंगू के नियंत्रण के लिए सरकार की ओर से व्यवस्था पूरी है। हर सप्ताह लगातार फॉगिंग की जा रही है। घरों में जाकर भी चैक किया जा रहा है कि गमलों, कूलरों इत्यादि में पानी इकठ्ठा न हो व मच्छर न पनपे। हर शहर, हर गली मोहल्ले और पंचायतों को भी गांवों में फॉगिंग तेज करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

प्रदेश में डीएपी खाद की नहीं कोई कमी

सीएम नायब सैनी ने कहा कि प्रदेश में किस पैक्स पर कितनी खाद उपलब्ध है, उसका डेटा भी सरकार के पास है। यदि किसी सदस्य को जानकारी की आवश्यकता होगी, उन्हें यह जानकारी भी उपलब्ध हो जाएगी। वर्तमान में प्रदेश में डीएपी की कमी नहीं है। नवंबर माह के लिए 1,10,200 मीट्रिक टन डीएपी का आवंटन हुआ है। सिरसा में एक अक्टूबर 2024 को डीएपी का प्रारंभिक स्टॉक 1063 मीट्रिक टन उपलब्ध था और 18 नवंबर को 2217 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है। हिसार में 2087 मीट्रिक टन डीएपी का स्टॉक उपलब्ध है, जिसमें पिछले वर्ष से 216 मीट्रिक टन ज्यादा खाद दे चुके हैं।