Panchkula: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समाज में व्यक्ति निर्माण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि भौतिक निर्माण से पहले व्यक्ति निर्माण आवश्यक है। एक बार व्यक्ति का निर्माण हो गया तो भौतिक निर्माण अपने आप हो जाएगा। व्यक्ति निर्माण पर सरकारों का ध्यान जाएगा, पहले किसी ने सोचा नहीं था। मनोहर लाल पंचकूला में मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत आयोजित नैतिकता शिविर में उपस्थित भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और हरियाणा सिविल सेवा के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
सुशासन में नैतिकता के भाव को आत्मसात करने के लिए शुरू किया मिशन
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुशासन में नैतिकता के भाव को आत्मसात करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मिशन कर्मयोगी की शुरूआत की है। अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि व्यवस्थाओं में जनता का विश्वास बढे़। लोगों में अविश्वास की भावना को खत्म करना एक चुनौती है परंतु अधिकारी अपनी सोच और कार्यशैली में बदलाव लाकर जनता की अकांक्षाओं पर खरा उतर सकते हैं। अधिकारियों व कर्मचारियों में संकल्प, ताकत व मनोबल के साथ समाज सेवा के भाव को जागृत करने के लिए मिशन कर्मयोगी की शुरूआत की गई है। अधिकारी व कर्मचारी असल कर्मयोगी बनते हुए समाज को अपना सर्वश्रेठ देंगे तो उन्हें आत्मिक संतोष की प्राप्ति होगी।
हमारी विचारधारा में नैतिकता सर्वोपरि
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में जनसेवा का मौका मिला है। प्रधानमंत्री और वे स्वयं उस विचारधारा से आते हैं जहां नैतिकता सर्वोपरि है। प्रधानमंत्री ने पहल करते हुए सर्वप्रथम राजनेताओं की छवि सुधारने का कार्य किया। उन्हें गर्व है कि प्रधानमंत्री ने न केवल इसका स्वयं पालन किया बल्कि अपनी पूरी टीम में भी नैतिकता की भावना को सुनिश्चित किया। देश के पूर्व प्रधानमंत्री ने एक बार कहा था कि वे दिल्ली से एक रुपया भेजते हैं तो केवल 15 पैसे ही नीचे पहुंच पाते हैं बाकि इधर-उधर हो जाते हैं। परन्तु आज सरकार द्वारा भेजा गया एक-एक पैसा विकास के कार्यों पर खर्च हो रहा है।
हरियाणा में भेदभाव को किया खत्म;
सीएम ने कहा कि हरियाणा में सरकार बनते ही उन्होंने सर्वप्रथम सभी भेदभाव को खत्म किया और हरियाणा एक-हरियाणवी एक की भावना से प्रदेश का समान विकास सुनिश्चित किया। पूर्ववर्ती सरकारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहले के मुख्यमंत्री अपने-अपने जिलों के विकास पर ही केन्द्रित रहते थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि नियमों और कानून के विरूद्ध कार्य करने वालों को बर्दाशत नहीं किया जाएगा।