Haryana : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गीता स्थली ज्योतिसर में हजारों वर्ष पूर्व भगवान कृष्ण ने कर्म के मार्ग पर चलने के लिए गीता के उपदेश दिए थे। इस गीता स्थली ज्योतिसर से आज भी उपदेशों के माध्यम से पूरे देश काे शान्ति का संदेश मिल रहा है। जो व्यक्ति, जो देश उपदेशों का अनुसरण करेगा, वे निश्चित ही तरक्की करेगा।
सीएम मनोहर लाल व असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिसवा सारमा ने गीता जयंती पर चल रहे यज्ञ में पूर्णाहुति डाली और विश्व शान्ति के लिए पूजा की। इसके उपरांत पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन किया और जिस वट वृक्ष के नीचे हजाराें वर्ष पहले भगवान कृष्ण ने अर्जुन का मोह भंग करने के लिए उपदेश दिए थे, उस वट वृक्ष को भी देखा। उन्होंने भगवान कृष्ण के विराट स्वरूप को देखा और सभी मेहमानों के साथ यादगार के तौर पर फोटो करवाया। उन्होंने इस तीर्थ स्थल के सौंदर्यकरण और आध्यात्मिक दृष्टि से कुछ सुधार करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि इस पवित्र धरा पर आने वाले व्यक्ति के सारे पाप दूर हो जाते हैं और उसे पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए इस पवित्र स्थल और तीर्थ को विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से महाभारत थीम पर आधारित एक भव्य प्रोजेक्ट तैयार किया। यह प्रोजेक्ट मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज़्म द्वारा सेंक्शन किया और स्वदेश दर्शन योजना के तहत कृष्ण सर्किट के अंतर्गत 8054.70 लाख रुपए का बजट पारित किया। इस बजट से ब्रह्म सरोवर, ज्योतिसर, नरकातारी, सिन्नहत सरोवर व शहर के सौंदर्यकरण पर खर्च किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ज्योतिसर में महाभारत थीम पर आधारित भवन, आर्टिस्टिक प्रदर्शनी, थीमेटिक, मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट के लिए 205.58 करोड़ रुपए का बजट पारित किया। इस बजट में से दो गैलरियों के निर्माण कार्य पर करीब 65 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जा चुका है। इसके साथ ही सीएम मनोहर लाल, असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिसवा सारमा, विधायक सुभाष सुधा, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, भाजपा महामंत्री डॉ. पवन सैनी ने सरकार की तरफ से करीब 206 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे ज्योतिसर अनुभव केन्द्र का अवलोकन किया।