रतिया/जाखल: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के रतिया में आयोजित कार्यक्रम को लेकर किसान संगठन के लोग रैली स्थल की तरफ आगे बढ़े तो पुलिस ने हैलीपेड के रास्ते में बेरिकेड लगाकर किसानों को रोक लिया। करीब 90 किसानों को हिरासत में ले लिया। इन किसानों को फतेहाबाद पुलिस लाइन भेजा गया। दूसरी ओर गांव नथवान से सीएम का विरोध करने आए किसानों को भी टोहाना रोड बाईपास के पास पुलिस प्रशासन ने रोक लिया। पुलिस द्वारा रोकने पर किसान वहीं सड़क पर लेट गए, वहीं कुछ किसान आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करते हुए बसों में डालकर करीब 80 किसानों को कुलां चौकी भेज दिया।
हैलीपेड वाले रास्ते पर तैनात था भारी पुलिस बल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की विजय संकल्प रैली में किसानों के विरोध प्रदर्शन के ऐलान देखते हुए पुलिस प्रशासन ने वीरवार रात से ही रैली स्थल, हेलीपैड वाले रास्ते सहित अन्य मुख्य रास्तों पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां और भारतीय किसान यूनियन खेती बचाओ किसान संगठन के सदस्य शुक्रवार सुबह ही हेलीपैड के रास्ते के फतेहाबाद रोड सागर पैलेस के बाहर एकजुट हो गए। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने बैरिकेड लगाकर रास्ता बंद करते हुए किसानों को हेलीपैड के रास्ते से पहले ही रोक दिया और किसानों को आगे बढ़ने नहीं दिया।
सीएम के काफिले को दिखाए काले झंडे
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का काफिला जैसे ही किसान संगठनों से थोड़ा आगे निकला तो किसान संगठनों ने काले झंडे लहराने शुरू कर दिए और मुख्यमंत्री के काफिले के पीछे जाने लगे। किसानों के आगे निकलने पर पुलिस प्रशासन ने वहां मौजूद बसों को किसानों के आगे खड़ा करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया और करीब 90 किसानों को दो बसों में बिठाकर फतेहाबाद पुलिस लाइन ले गए। किसान नेताओं ने भाजपा सरकार पर किसानों की आवाज को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि तानाशाह सरकार बोलने पर गोली मारने और गिरफ्तार करने जैसे कार्य कर रही है लेकिन देश का किसान ना डरेगा ना झुकेगा बल्कि अपने हक की लड़ाई के लिए लड़ता रहेगा।
नथवान से चले किसानों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया
पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन के सदस्य गांव नथवान के पंचायत घर में संगठन संयोजक मनदीप सिंह की अगुवाई में एकजुट होकर मुख्यमंत्री की रैली में पहुंचकर किसानों की मांगों से संबंधित सवाल पूछने के लिए निकले। टोहाना रोड बाईपास के पास पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक लिया। पुलिस द्वारा रोकने पर किसान सड़क पर ही लेट गए और कुछ किसान आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करते हुए बसों में डालकर करीब 80 किसानों को कुला चौकी भेज दिया। किसान नेता मनदीप सिंह ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों को जबरन गिरफ्तार किया गया है। भाजपा सरकार की तानाशाही का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।