चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के प्रमुख सचिव और प्रदेश में डिजिटल क्रांति लाने वाले वी उमाशंकर मंगलवार को हरियाणा से रिलीव होने जा रहे हैं। प्रदेश के अंदर प्रॉपर्टी आईडी और पीपीपी (परिवार पहचान) पत्र जैसे नए कदम उठाने वाले उमाशंकर द्वारा उठाए जा रहे कई कदमों को लेकर तेलंगाना भी कदम उठाने जा रहा है। वहां से हरियाणा आकर विशेषज्ञों की टीम परिवार पहचान पत्र व अन्य कई योजनाओं का अध्ययन कर चुकी है। इतना ही नहीं, वहां के सीएम ने केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल से भी मुलाकात की है।

नितिन गडकरी के होंगे संयुक्त सचिव

हरियाणा में बतौर प्रमुख सचिव सेवाएं देने वाले वी उमाशंकर केंद्र में सेवाएं देने के लिए तैयार है और केंद्रीय मंत्री  नितिन गडकरी के मंत्रालय में अहम भूमिका में नजर आएंगे। वे मंगलवार को चंडीगढ़ से रिलीव होकर दिल्ली में ज्वाइन करेंगे। वी उमाशंकर वर्तमान में हरियाणा के नागरिक संसाधन सूचना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत थे। उनका केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने का अनुरोध पहले ही स्वीकार कर लिया गया था और अब वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मंत्रालय में अपनी नई भूमिका निभाएंगे।

सीएम के प्रधान सचिव के लिए लॉबिंग हुई तेज

वी उमाशंकर के दिल्ली जाने की सूचना के बाद से हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री के अगले प्रधान सचिव के लिए लॉबिंग तेज हो चुकी है। गौरतलब है कि वी उमाशंकर की पत्नी दीप्ति उमाशंकर भी पहले से ही केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं दे रही हैं। उमाशंकर के केंद्र में स्थानांतरित होने से मुख्यमंत्री कार्यालय में एक महत्वपूर्ण पद रिक्त हो गया है, जिसे भरने के लिए कई अधिकारियों के नाम चर्चा में हैं। अब देखना यह होगा कि सीएम के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी किसे मिलेगी।