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हरियाणा में हरियाणा कम्प्यूटर प्रोफेशनल संघ ने आईटी के डायरेक्टर अजय तोमर से बातचीत न होने पर हड़ताल को अनिश्चितकालीन करने की घोषणा कर दी। हड़ताल के कारण प्रदेश में 31 हजार 240 रजिस्ट्रियां कम्प्यूटर में रूकी हुई हैं और प्रदेश सरकार को 500 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। 

सुरेन्द्र असीजा, फतेहाबाद: हरियाणा कम्प्यूटर प्रोफेशनल संघ का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आईटी के डायरेक्टर अजय तोमर से मिलने चण्डीगढ़ सचिवालय पहुंचा। दोपहर 2 बजे का समय होने के बावजूद शाम 5 बजे तक डायरेक्टर के न पहुंचने से खफा संघ का प्रतिनिधिमंडल वापस लौट आया। इसके चलते सरकार से नाराज हरियाणा कम्प्यूटर प्रोफेशनल संघ ने अपनी हड़ताल को बढ़ाते हुए अनिश्चितकालीन करने की घोषणा कर दी। संघ के राज्य उपप्रधान सुखविन्द्र कम्बोज ने इसकी पुष्टि की। इसी के साथ तीन जिलों गुड़गांव, फरीदाबाद व मेवात को छोड़कर पूरे प्रदेश के 2368 कम्प्यूटर प्रोफेशनल हड़ताल में शामिल हो गए। अब प्रदेश में 31 हजार 240 रजिस्ट्रियां कम्प्यूटर में रूकी हुई हैं और प्रदेश सरकार को 500 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।

हड़ताल के चलते तहसीलों में कामकाज ठप्प

कम्प्यूटर ऑपरेटरों की हड़ताल के चलते तहसीलों में कामकाज ठप्प हो गया। प्रतिदिन हजारों लोग सरकारी दफ्तरों में आते हैं और विरान पड़े दफ्तरों को देखकर मायूस वापस लौट जाते हैं। हड़ताल के कारण 525 प्रकार की सर्विसिस बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। कम्प्यूटर ऑपरेटरों की हड़ताल से प्रदेश सरकार को रोजाना 30 करोड़ से अधिक के राजस्व का नुकसान हो रहा है। तहसीलों में काम कराने पहुंचे लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ा। कम्प्यूटर ऑपरेटरों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से रजिस्ट्रियां, इंतकाल, जमाबंदी और आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, आरसी, लाइसेंस, डोमिसाइल, इंकम सर्टिफिकेट जैसे कार्य बाधित हो गए। तहसील में कंप्यूटर ऑपरेटरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते कुर्सियां भी खाली नजर आई।

सरकार पर लगाया कम्प्यूटर प्रोफेशनल की अनदेखी का आरोप

हरियाणा कम्प्यूटर प्रोफेशनल संघ के राज्य उपप्रधान सुखविन्द्र कम्बोज ने कहा कि बार-बार मांग करने के बाद भी प्रदेश सरकार उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है, लगातार उनकी अनदेखी की जा रही है। सरकार की ओर से लोगों को जो सेवाएं दी जा रही है, कंप्यूटर आपरेटर इन सभी का समय पर निपटान करते हैं। काम के मामले में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा रही। बाजवूद इसके उनकी मांगें पूरी नहीं की जा रही। आईटी के डायरेक्टर अजय तोमर ने बुधवार को सचिवालय में दोपहर 2 बजे बातचीत के लिए बुलाया था। संघ का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए पहुंचा लेकिन 3 घंटे इंतजार के बाद भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। बातचीत न करने से कम्प्यूटर प्रोफेशनल्स में सरकार के खिलाफ नाराजगी ओर बढ़ गई है।

कम्प्यूटर ऑपरेटरों की मुख्य मांगे

हरियाणा कम्प्यूटर प्रोफेशनल संघ की मांग है कि सभी डीआईटीएस का केंद्रीयकरण करके बजट का प्रावधान किया जाए। सभी कार्यरत कर्मचारियों के पद सर्जित किए जाएं। एचकेआरएनएल में भेजे गए सभी कर्मचारियों को वापस डीआईटीएस में शामिल किया जाए। समान काम समान वेतन दिया जाए। 58 साल तक सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए। सरकार रेगुलाइजेशन एक्ट लेकर आती है तो उसमें डीआईटीएस को शामिल किया जाए। ग्रेड-पे 34 हजार रुपए किया जाए।

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