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Haryana Assembly Election: हरियाणा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बड़ी खबर आई है। कांग्रेस ने आप का प्रस्ताव मानने से इनकार कर दिया, ऐसे में अब यह गठबंधन नहीं हो पाएगा।

Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारी तेजी से चल रही है। इस चुनाव में असल टक्कर बीजेपी और कांग्रेस के बीच देखने को मिलेगी। इस चुनाव में किसकी सरकार बनने जा रही है, यह बता पाना बेहद मुश्किल है। कांग्रेस ने आप के साथ गठबंधन की सोच से एक कदम आगे जरूर बढ़ाया था, लेकिन आम आदमी पार्टी ने इसके लिए ऐसी शर्त रख दी, जिसे कांग्रेस ने मानने से इनकार कर दिया, जिसके कारण अब यह गठबंधन नहीं हो पाएगा और दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी।

आप ने कांग्रेस के सामने क्या शर्त रखी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते कई दिनों से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की खबर सामने आ रही थी। दोनों पार्टियों की ओर से नेता कयावत में जुटे थे कि यह गठबंधन हो जाए, ताकि वोट कटने वाला काम ना हो और इसका फायदा किसी तीसरी पार्टी को नहीं मिले। लेकिन इस गठबंधन के लिए आप की ओर से शर्त रखा गया कि उन्हें हरियाणा की 90 सीटों में से 10 सीट चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने इसे मानने से इनकार कर दिया है। हालांकि यह जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं आई है,लेकिन कांग्रेस के भरोसेमंद सूत्र ने बताया कि कांग्रेस आप को 10 सीट नहीं देना चाहती है, इस कारण से यह गठबंधन नहीं हो पाएगा।

सिर्फ 5 सीट देने के लिए राजी है कांग्रेस

बताया जा रहा है कि कांग्रेस आप को अधिकतम 5 सीट देने के लिए राजी है, इसके अलावा अन्य छोटे-छोटे दलों, जिनमें सीपीआई, सीपीएम, सपा और NCP को एक-एक सीट देने को राजी है। ऐसे में आप ने भी फैसला कर लिया है कि अगर उन्हें 10 सीटें नहीं मिलती हैं, तो वह कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। आप का कहना है कि हमारा दिल्ली और पंजाब में सरकार है, इसलिए दोनों राज्यों से सटे विधानसभा क्षेत्रों में हमें सीटें दी जाए, लेकिन कांग्रेस ने शर्त मानने से इनकार कर दिया है।

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अकेले कितने सीटों पर लड़ेगी आप

अब दोनों पार्टी अलग-अलग चुनाव लड़ने वाली है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने राहुल गांधी से कहा है कि कांग्रेस हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ने के लिए सक्षम है, उन्हें किसी अन्य दल की जरूरत नहीं है, हालांकि इस गठबंधन को लेकर आधिकारिक फैसला आला कमान करने वाला है। कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने के बाद आप 50 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है। दूसरी ओर अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने भी अपना रुख साफ कर दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेगी। वह इंडिया गठबंधन की पार्टी के लिए भले ही कैंपियन कर देंगे, लेकिन एक भी सीट पर अपने कैंडिडेट नहीं उतारेंगे।

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