Controversy on Do Patti Film in Haryana: 25 अक्टूबर को रिलीज हुई काजोल, कृति सेनन और शाहीर शेख अभिनेताओं की फिल्म 'दो पत्ती' को लेकर हरियाणा में काफी समय से विवाद चल रहा है। इस विवाद को लेकर सर्व हुड्डा खाप की तरफ से एफआईआर दर्ज कराने के प्रयास तेज हो गए हैं। 16 नवंबर को गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाने में सर्व हुड्डा खाप ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के साथ ही फिल्म के निर्देशक, निर्माता और अभिनेता के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराने के लिए शिकायत दी थी, लेकिन अभी तक इस मामले में केस दर्ज नहीं हुआ है।
डीजीपी और मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
सर्व हुड्डा खाप की तरफ से केस दर्ज कराने की कोशिश की जा रही है। फिल्म दो पत्ती पर हो रहे विवाद को लेकर सर्व हुड्डा खाप की तरफ से गठित कमेटी के सदस्य सुरेंद्र हुड्डा ने हरियाणा के डीजीपी से गुहार लगाई है। सुरेंद्र हुड्डा ने थाने में दी गई शिकायत और रसीद की फोटो शेयर करते हुए डीजीपी को टैग किया। उन्होंने अपील की कि इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है। इस मामले में शिकायत दर्ज कराई जाए। उन्होंने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भी टैग किया और इस मामले पर संज्ञान लेने की मांग की है।
Respected @DGPHaryana
I have filed a police complaint
vide book no.05 & receipt no. 481 on 16.11.2024 at Rajendra Park Police Station, Gurugram but no FIR has been registered in this present matter in the last 48 hours.
CC : Hon’ble CM Shri @NayabSainiBJP ji pic.twitter.com/vmhos6IlVZ
— Surender Singh Hooda 🇮🇳 (@SSHOODA3) November 18, 2024
बता दें कि 25 अक्टूबर को दो पत्ती फिल्म रिलीज हुई। हुड्डा खाप का कहना है कि इस फिल्म में हुड्डा गोत्र पर टिप्पणी की गई है और इस टिप्पणी को फिल्म से हटाया जाना चाहिए। इसके साथ ही फिल्म को प्रसारित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के कर्ताधर्ता को, फिल्म निर्माता को, निर्देशक और अभिनेता को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
फिल्म नहीं, सीन पर है आपत्ति
हुड्डा खाप का कहना है कि उन्हें फिल्म से आपत्ति नहीं है बल्कि इस सीन पर आपत्ति है, जिसमें कोर्ट में एक कलाकार पर आरोप लगाया जा रहा है। यहां पर एक डायलॉग है जिसमें कहा जा रहा है कि 'हत्या यह नहीं होती, हत्या तो वह थी, जो हमारे पड़ोस में हुड्डा लोगों ने की थी। उन्होंने अपनी बहू को सरेआम जिंदा जला दिया।' फिल्म रिलीज होने के अगले ही दिन हुड्डा समाज ने फिल्म के अभिनेता, निर्माता, निर्देशक और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी किया था।
नेटफ्लिक्स और फिल्म के निर्माताओं ने दिया जवाब
इसके बाद नेटफ्लिक्स और फिल्म के निर्माताओं ने जवाब देते हुए कहा था कि नोटिस में जिस घटना का जिक्र किया गया है, वह फिल्म में घटित हुई है। यह डायलॉग फिल्म निर्माता और अभिनेता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत आता है और इस फिल्म में हुड्डा शब्द का इस्तेमाल किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया है, ये महज एक संयोग है।
10 नवंबर को हुई थी पंचायत
फिल्म के इस डायलॉग को लेकर रोहतक के बसंतपुर गांव स्थित सर्व हुड्डा खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर 10 नवंबर को पंचायत हुई थी। 45 गांवों के प्रतिनिधियों और गणमान्यों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया। सुरेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में गठित की गई कमेटी के सदस्यों ने सीएम सैनी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने बताया था कि फिल्म के इस डायलॉग से उन्हें आपत्ति है और इससे जाट समाज के हुड्डा गोत्र को बदनाम किया जा रहा है।
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