Kaithal: बिना मान्यता वाले प्राइवेट स्कूलों पर अब शिक्षा विभाग की नहर टेढ़ी हो गई हैं। विभाग ने जिले में बिना मान्यता के चल रहे 26 स्कूल संचालकों को नोटिस भेजकर उन्हें 31 मार्च तक का समय दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इसके बाद इन स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा। विभाग द्वारा जारी किए गए इन आदेशों से इन स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है। वहीं, इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को भी चिंता सताने लगी है, जिसके कारण बच्चों का भविष्य भी संकट में है।
289 प्राइवेट स्कूलों में से 26 को नोटिस जारी
बता दें कि जिले में 603 राजकीय स्कूल चलाए जा रहे हैं, वहीं 289 प्राइवेट स्कूल चल रहे हैं। इनमें से अधिकतर मान्यता प्राप्त स्कूल हैं, लेकिन इसके बावजूद सैकड़ों स्कूल बिना मान्यता के भी चल रहे है। ऐसे स्कूल संचालकों द्वारा विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के भविष्य से सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा है, क्योंकि ये स्कूल विभागीय नियमों पर खरा नहीं उतरते। यही कारण है कि अब तक इन स्कूलों को विभाग द्वारा मान्यता नहीं दी गई। खास बात यह है कि शिक्षा विभाग इन स्कूलों को कई बार बंद करने का ऐलान कर चुका है लेकिन हर बार ये स्कूल संचालक कोई न कोई अनुरोध कर समय सीमा बढ़वा लेते हैं। लेकिन इस बार अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि जिले में कोई भी स्कूल बिना मान्यता के नहीं चलेगा।
नियमों को सरेआम दिखा रहे ठेंगा
अकसर देखने में आया है कि बिना मान्यता प्राप्त स्कूल अधिकतर कस्बों व गांवों में चल रहे हैं। भले ही इनके पास मान्यता न हो, लेकिन इनके पास विद्यार्थी 12वीं तक के पाए गए है। ये स्कूल संचालक किसी दूसरे स्कूल से सांठगांठ कर अपने बच्चों का रजिस्ट्रेशन उनके यहां करवाते हुए बोर्ड की परीक्षा दिला देते हैं। ऐसे में बिना निर्धारित मापदंड के विद्यार्थियों को इसका खामियाजा उठाना पड़ता है तथा कई बार रोल नंबर न जारी होने के कारण विद्यार्थियों का साल भी बर्बाद होता है।
बिना मान्यता वाले स्कूलों पर गाज गिरनी तय
जिला शिक्षा अधिकारी विजय लक्षमी ने बताया कि कुछ स्कूल बिना नियमों के चलते हुए बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। बिना मान्यता वाले स्कूलों को नोटिस दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों पर गाज गिरना तय है।