Jind: दातासिंह वाला बॉर्डर पर किसान आंदोलन पार्ट दो के चलते सोमवार को पांचवें दिन भी शांति बनी रही। सील बॉर्डर के पार पंजाब की तरफ पिछले 14 दिनों से डेरा डाले किसान अपनी सीमा में ही रहे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। शांति के बावजूद बॉर्डर पर पुलिस तथा जवान अलर्ट मोड पर रहे। वहीं जिलाभर में किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अपने ट्रैक्टरों के मुंह दिल्ली की तरफ किए और सरकार को चेताने का काम किया कि अगर उन्हें एक कॉल मिलती है कि दिल्ली कूच करना है तो किसान अपने ट्रैक्क्टरों के साथ हर हाल में दिल्ली कूच करेंगे। वहीं उचाना में किसान नेता आजाद पालवां के नेतृत्व में किसानों ने डब्ल्यूटीओ का पुतला फूंक कर रोष जताया।
गुलकनी में एकत्रित हुए किसान, जताया रोष
गांव गुलकनी में भारतीय किसान यूनियन की बैठक का आयोजन किया, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने एकमत होकर कहा कि जैसे ही दिल्ली कूच के निर्देश मिलते हैं तो वो दिल्ली की तरफ अपने ट्रैक्टरों के साथ कूच कर देंगे। किसानों ने आंदोलन के दौरान किसानों पर की गई फायरिंग, लाठी चार्ज, आंसू गैस छोड़ने की घटनाओं पर रोष जताया। भाकियू प्रवक्ता रामराजी पोंकरीखेड़ी ने कहा कि सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली की तरफ मुंह करके ट्रैक्टरों को खड़ा किया। ऐसा कर सरकार को यह चेताने का प्रयास किया कि दिल्ली किसानों से दूर नहीं है। संयुक्त किसान मोर्चा की एक कॉल पर किसान दिल्ली की तरफ कूच करने से पीछे नहीं हटेंगे। किसानों के इस आंदोलन को सरकार कमजोर न समझे।
उचाना में ट्रैक्टरों के मुंह दिल्ली की तरफ कर डब्ल्यूटीओ का फूंका पुतला
उचाना में पक्का मोर्चा धरना सोमवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर डब्ल्यूटीओ का पुतला दहन किया और मांग की कि किसानी व खेती को डब्ल्यूटीओ से बाहर किया जाए। कार्यक्रम के मध्यम से मुख्यमंत्री के उस बयान को चेतावनी देने का काम किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान हाईवे पर ट्रैक्टर नहीं चला सकता। किसानों ने चेतावनी दी कि ये किसान के ट्रैक्टर हैं ओर कहीं भी जा सकते हैं।
जैजैवंती गांव के पास किसानों ने नेशनल हाइवे पर ट्रैक्टर खड़े कर किया प्रदर्शन
जुलाना क्षेत्र के जैजैवंती गांव के पास किसानों ने नेशनल हाइवे पर ट्रैक्टर खड़े कर प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे किसान नेता कुलदीप ढांडा ने कहा कि प्रदेश के किसान पंजाब के किसानों के साथ हैं। प्रदेश और केंद्र सरकार लगातार किसानों पर अत्याचार कर रही है। पिछले किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने जो मांग मानी थी। उन पर अमल करना तो दूर, अभी तक सरकार की बनाई कमेटी भी गंभीर नजर नहीं आ रही। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर नेशनल हाइवे पर ट्रैक्टर खड़े कर किसानों ने सरकार के प्रति रोष प्रकट किया है।