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Satta Bazar: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी, कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। इसके साथ ही सट्टा बाजार में दांव लगना शुरू हो गया है। जानें अबकी बार किसकी सरकार बनती दिख रही है।

Satta Bazar: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने 67 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में जहां नए चेहरों को जगह दी गई है, वहीं हारे प्रत्याशियों को भी दोबारा मौका दिया गया है। हालांकि, यह भी उल्लेख करना जरूरी है कि पार्टी के कई नेता टिकट न मिलने के कारण नाखुश हैं। कई नेता और विधायक तो पार्टी का दामन भी छोड़ चुके हैं।

बावजूद इसके बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि सभी प्रत्याशी चुनाव जिताने वाले प्रत्याशी हैं और नाराज साथियों को जल्द मना लेंगे। इससे इतर सट्टा बाजार की बात करें तो बीजेपी के इस दांव से सट्टा किंग भी खुश है। दिल्ली सट्टा बाजार हो, फलोदी सट्टा बाजार हो या फिर मुंबई सट्टा बाजार, अपने-अपने हिसाब से राजनीतिक पार्टियों की जीत का अनुमान लगा रहे हैं। आइये बताते हैं कि वर्तमान में सट्टा बाजार को किस पार्टी पर सबसे ज्यादा भरोसा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सट्टा बाजार ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की एकतरफा जीत को लेकर अनुमान लगाया था। लेकिन, बसपा-इनेलो और जेजेपी-एएसपी गठबंधन के बाद सट्टा बाजार का अनुमान गड़बड़ा गया था। कारण यह था कि वोटों के बंटने की वजह से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। विशेषकर, आम आदमी पार्टी ने जब सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था तो यह निश्चित था कि आम आदमी पार्टी सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस का करेगी। यह भी अहम वजह थी कि सट्टा बाजार को बीजेपी कैडिडेट्स की लिस्ट का सबसे अधिक इंतजार था।

सूची जारी होते ही सट्टा बाजार में खुशी

अब बीजेपी अपने कैडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी कर चुकी है। बीजेपी की इस सूची को देखकर पता चलता है कि पार्टी ने जहां पिछले चुनावों में हारे नेताओं को टिकट दी है, वहीं नए चेहरों को भी मैदान में उतारने से परहेज नहीं किया है। ऐसी 25 सीटें हैं, जिस पर अब तक नए चेहरों को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है।

इसके अलावा, बीजेपी के सर्वे में जिन नेताओं के बच्चे आगे मिले और अन्य दल छोड़कर बीजेपी में आए, उन्हें भी टिकट दी गई है। साथ ही, सर्वे में पीछे रहे नेताओं और विधायकों की टिकट काट दी गई। इसके चलते कई नाराज नेता तो पार्टी भी छोड़ चुके हैं। ऐसी स्थिति को देखकर सट्टा बाजार की बांछे खिल चुकी हैं।

जानिये सट्टा बाजार की खुशी का कारण

सट्टा बाजार को लगता है कि अगर कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन होता है, तो यह विधानसभा चुनाव इस गठबंधन के पक्ष में जाएगा। अनुमान जताया गया है कि 90 विधानसभा सीटों में से 50 से अधिक सीटें आप-कांग्रेस गठबंधन को मिल सकती हैं। लेकिन, टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में भी फूट हो सकती है, जिसका सीधा असर चुनाव परिणाम पर पड़ेगा। 

यही वजह है कि सट्टा बाजार आखिरी दांव खेलने से पहले बीजेपी और कांग्रेस की सभी लिस्ट जारी होने का इंतजार कर रहा है। इसके बाद ही जीत हार का अनुमान लगाया जा सकता है।

सीएम सैनी बोले- नाराज साथियों को भी मना लेंगे

हरियाणा के सीएम नायब सैनी का कहना है कि जिन प्रत्याशियों के नाम घोषित हुए हैं, वे सभी चुनाव जिताने वाले प्रत्याशी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अकेले चुनाव नहीं लड़ सकती, वे गठबंधन के लिए साथियों की तलाश कर रही है। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि चुनाव लड़ने के सभी इच्छुक प्रत्याशियों को टिकट नहीं मिल सकती है क्योंकि एक सीट पर एक ही प्रत्याशी को टिकट मिलती है। उन्होंने कहा कि हम सभी नाराज साथियों को मना लेंगे और आने वाले चुनाव में बीजेपी भारी बहुमत से जीत हासिल करेगी।

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