Haryana : पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि प्रदेश की सड़कों को आमजन के लिए सुरक्षित बनाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। ऐसे में जरूरी है कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए एक बेहतर और प्रभावी कार्य योजना तैयार करते हुए उन पर काम किया जाए। शत्रुजीत कपूर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई, जिनमें लेन ड्राइविंग, स्पीड लिमिट, अनाधिकृत तरीके से रेड लाइट तथा सायरन का इस्तेमाल रोकने, वे-इन-मोशन मशीन इनस्टॉल करने, संजया एप पर डेटा अपलोड करने सहित कई अन्य विषय शामिल रहे।
घायल के निशुल्क उपचार का प्रस्ताव परिवहन व स्वास्थ्य विभाग को भेजा
बैठक में आईजी ट्रैफिक एवं हाईवे हरदीप दून ने रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि पुलिस विभाग द्वारा सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति का ईलाज शुरूआती 48 घंटे में निःशुल्क करवाने का प्रस्ताव तैयार करके परिवहन विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग को भेजा गया। इस प्रस्ताव को गृह मंत्री अनिल विज द्वारा स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है और आगे की प्रक्रिया को पूरा करने पर भी सक्रियता से काम किया जा रहा है। इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने से प्रदेशवासियों को बड़े पैमाने पर लाभ होगा। सड़क दुर्घटना होने पर शुरूआती कुछ घंटे उपचार के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं, जिसकी गंभीरता को समझते हुए इस प्रस्ताव को तैयार किया गया है।
गत वर्ष लाखों की संख्या में काटे चालान
हरदीप दून ने सड़क सुरक्षा संबंधी अन्य तथ्यों को लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि गत वर्ष लेन ड्राइविंग को लेकर प्रदेश में 2 लाख 30 हजार 369 वाहन चालकों के चालान किए गए। इस दौरान लेन ड्राइविंग के 15 विशेष अभियान चलाते हुए 49 हजार 174 वाहन चालकों के चालान किए गए। गत वर्ष अवैध तरीके से रेड लाइट तथा सायरन का इस्तेमाल करने वाले 2140 वाहन चालकों के चालान किए गए। इसके अलावा, पिछले वर्ष की तुलना में 2024 के जनवरी माह के दौरान सड़क दुर्घटना के 90, दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की मृत्यु के 10 तथा घायलों की संख्या 118 कम दर्ज की गई है।
स्पीट लिमिट नोटिफिकेशन को लेकर सभी जिलों से प्राप्त की रिपोर्ट
हरदीप दून ने बताया कि स्पीड लिमिट नोटिफिकेशन को लेकर लगभग सभी जिलों से रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। प्रथम चरण में पंचकूला जिला में स्पीड लिमिट में बदलाव करते हुए इसे अगले सप्ताह के अंत तक गूगल पर अपलोड किया जाएगा। प्रदेश में वर्तमान में कुल 66 टोल प्लाजा है जिन पर वे-इन-मोशन मशीनें लगाई जानी है। इनमें से 54 टोल प्लाजा पर ये मशीने लगाई जा चुकी है और जल्द ही अन्य टोल प्लाजा पर भी मशीने लगा दी जाएंगी। इन टोल प्लाजा पर मशीनों के माध्यम से ओवरलोडेड वाहनों के चालान का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा।