Ladli Scheme Benefits: कई राज्यों में सरकार की ओर से नागरिकों और खास करके महिलाओं और बच्चियों के लिए अलग-अलग योजनाएं चलाई जाती हैं। इन्हीं में से एक योजना है लाडली योजना, जो भारत के कई राज्यों में चल रही है। इसके तहत स्कूल जा रही बच्चियों को आर्थिक सहायता दी जाती है। आज बात करेंगे दिल्ली और हरियाणा की योजना के बारे में।

लाडली योजना का उद्देश्य

लड़कियों की सुरक्षा और समाज में लड़की के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए लाडली योजना की शुरुआत की गई है। लड़कियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना भी लाडली योजना का उद्देश्य है। साथ ही बच्चियों के जन्म के बाद उसका रजिस्ट्रेशन कराने का ट्रेंड बढ़ाने और बच्चियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लाडली योजना शुरू की गई है। लाडली योजना की मदद से दिल्ली में खास तौर पर गर्ल चाइल्ड की शिक्षा को बढ़ावा देने में भी मदद दी जाती है।

दिल्ली लाडली योजना

भारत के कई राज्यों में अब भी लड़कियों के साथ भेदभाव किया जाता है। गर्ल चाइल्ड के साथ भेदभाव खत्म करने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ने साल 2008 से ही लाडली योजना शुरू की है। लाडली योजना के तहत बच्चियों को कुल 35-36,000 रुपये की सरकारी मदद चरणबद्ध तरीके से मिलती है यानी कक्षा के अनुसार सुविधा दी जाती है, जो रुपये  बच्ची के 18 साल का होने तक बैंक में जमा रहती है। वहीं, इस योजना के तहत अस्पताल में जन्म लेने वाली लड़की को 11,000 रुपये मिलते हैं। वहीं, अगर किसी बच्ची की डिलीवरी घर में होती है, तो उसको 10000 रुपये मिलते हैं।

दिल्ली में पढ़ाई के दौरान दिया जाता है पैसा  

- जब बेटी पहली क्लास में एडमिशन लेती है, तो 5000 रुपये मिलते हैं।

- इसके बाद में जब वह 6 क्लास में आती है, तब 5000 रुपये दिए जाते हैं।  

- वहीं 9वीं क्लास में आने पर फिर से 5000 रुपये मिलते हैं।

- इसके बाद 10वीं क्लास में आने पर भी बेटी को 5000 रुपये मिलते हैं।

- अंत में 12वीं क्लास में भी लड़कियों को 5000 रुपये मिलते हैं।

हरियाणा में लाडली योजना

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा लाडली योजना हरियाणा की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत बेटियों को आर्थिक मदद दी जाती है। जिनका जन्म 30 अगस्त 2005 के बाद हुआ है। इस योजना के तहत उन सभी माता-पिता जो हरियाणा के निवासी हैं, उन्हें प्रतिवर्ष 5000 रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। जिनके यहां दूसरी बेटी पैदा होती है। यह सहायता राशि दूसरी बेटी के पैदा होने पर किसान विकास पत्र के माध्यम से दी जाएगी और सरकार द्वारा दो बेटियों वाले अभिभावक को ही दूसरी बेटी के जन्म के बाद उसके 5 साल के होने तक 5000 रुपए सालाना की आर्थिक मदद दी जाती है। हालांकि बेटी 18 साल की उम्र पूरी होने पर इस राशि को निकाल सकते हैं।

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बता दें की यह योजना हरियाणा में कन्या भ्रूण हत्या के मामलों को खत्म करने के लिए और बालिकाओं के प्रति लोगों के रवैया में बदलाव लाने के लिए किया जा रहा है। इस योजना के संचालन हरियाणा  महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।

हरियाणा में कैसे लें लाडली योजना का लाभ

हरियाणा में लाडली योजना का लाभ लेने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय, आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी अस्पताल या किसी भी बीमा कार्यालय से इस योजना लिए अप्लाई किया जा सकता है। इसके लिए छात्रा का आधार कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड, मोबाइल नंबर, बर्थ सर्टिफिकेट, बैंक डिटेल्स, मां-बाप का पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवासी प्रमाण पत्र दस्तावेज के रूप में पर जमा करने होंगे।