Rohtak News: पीजीआईएमएस रोहतक के डॉक्टरों ने एक बार फिर से एक मरीज को नया जीवनदान दिया है। मरीज को नया जीवनदान देना का यह कारनामा कार्डियक सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की टीम ने कार्डियक एनेस्थीसिया और हड्डी विभाग की टीम ने एक साथ मिलकर किया है।

पीजीआईएमएस निदेशक डॉ. एसएस लोहचब का कहना है कि बीते दिनों एक शख्स पानीपत में एक गंभीर ट्रेन दुर्घटना का शिकार हो गया था, जिसके बाद पुलिस शख्स को गंभीर हालत में लेकर ट्रामा सेंटर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मरीज की जांच करने पर पाया कि उसकी छाती सीधी फटी हुई थी। बाईं ओर की पसलियां पूरी तरह से टूटी हुई थी, उसका फेफड़ा और दिल एक बड़े गैप के साथ बाहर निकला हुआ था।  

मरीज के बचने की संभावना न के बराबर थी

शख्स की छाती और पेट के ऊपर की स्किन के खराब होने की वजह से बढ़ गया। साथ ही, मस्तिष्क में हेमेटोमा भी हो गया। ऐसे में डॉक्टरों ने देखा कि मरीज के बचने की संभावना न के बराबर है। इसके बाद भी मरीज को तुरंत कार्डियक सर्जरी विभाग में रेफर किया गया। जहां कार्डियक सर्जन एवं पीजीआईएमएस निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने अपने साथ कार्डियक एनेस्थीसिया की डॉ. गीता, ऑर्थो सर्जन डॉ. राज सिंह, प्लास्टिक सर्जन डॉ. अभिषेक को टीम में शामिल कर मरीज का ऑपरेशन किया। 

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मरीज की हालत गंभीर थी 

डॉ. लोहचब ने बताया कि मरीज की हालत ज्यादा खराब थी। ऐसे में मरीज का बहुत ही सावधानी के साथ ऑपरेशन किया गया। अगर सावधानी से ऑपरेशन नहीं किया जाता, तो मरीज की जान भी जा सकती थी। करीब 10 घंटे चले ऑपरेशन में गंभीर चोटों के कारण टाइटेनियम पसलियों का इस्तेमाल करके पूरे बाईं ओर की पसली के केज के पुनर्निर्माण की आवश्यकता पड़ी और मरीज का सफल ऑपरेशन हुआ। 

उन्होंने आगे बताया कि शुरुआत में मरीज के बेहोश होने की वजह से मरीज अज्ञात था। जब उसे होश में लाया गया, तब उसने अपने नाम और पता साझा किया, जिससे कार्डियक सर्जरी आईसीयू में मेडिकल स्टाफ में खुशी की लहर दौड़ गई। इसके बाद उसके परिजनों को इस बारे में जानकारी दी गई।