E-Library in Rohtak: हरियाणा के रोहतक जिले में ई-लाइब्रेरी की स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बच्चों के लिए ई-लाइब्रेरी की स्थापना के लिए रोहतक जिले के बनियानी में अपने पैतृक घर को गांव के अधिकारियों को सौंप दिया है। सीएम खट्टर ने कहा कि मैंने अपना बचपन इसी गांव में बिताया है। आज मैंने अपना घर गांव की इमारत में ई-लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए दे दिया है।
#WATCH | Haryana CM Manohar Lal Khattar has handed over his ancestral home in Baniyani, Rohtak district to the village authorities for the establishment of an e-library for children.
— ANI (@ANI) January 29, 2024
"I spent my childhood in this village. Today, I have given my house to the village to set up an… pic.twitter.com/vzuqG4PluU
प्रदेश में 1200 ई-लाइब्रेरी खोलेगी मनोहर सरकार
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए प्रदेश में आधुनिक सुविधाओं से लैस तकरीबन 1200 ई-लाइब्रेरी खोलने पर मनोहर सरकार काम कर रही है। इन लाइब्रेरी के माध्यम से गांव के युवाओं को गांव के अंदर ही बेहतरीन शिक्षा का माहौल मिलेगा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अन्य शहर का रूख नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विजन है कि शहरी युवाओं के समान ही गांव के युवाओं को भी बेहतरीन सुविधाएं मिलें और पढ़ाई का अच्छा वातावरण पैदा हो सके।
क्या है ई-लाइब्रेरी
आज के डिजिटल युग में, जानकारी और ज्ञान चाहने वाले छात्रों के लिए पारंपरिक पुस्तकालय अब एकमात्र विकल्प नहीं रह गया है। इलेक्ट्रॉनिक पुस्तकालयों या ई-लाइब्रेरी के उद्भव ने छात्रों के सूचना तक पहुंचने के तरीके को बदल दिया है, जिससे जानकारी ढूंढना पहले से कहीं अधिक आसान, तेज और ज्यादा सुविधाजनक हो गया है।
छात्रों के लिए ई-लाइब्रेरी के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता। यह छात्रों को किसी भी समय, माउस के कुछ क्लिक या स्क्रीन पर टैप के साथ कहीं से भी जानकारी प्राप्त करने की इजाजत देता है। ई-लाइब्रेरी ज्यादा मात्रा में संसाधन देती हैं जो छात्रों को उनके ज्ञान को बढ़ाने और रिसर्च में सुधार करने में बेहद मदद करती है। इसके अलावा, ई-लाइब्रेरी के जरिये छात्र महंगी किताबें और अन्य पढ़ने वाली सामग्री पर खर्च होने वाले पैसों को बचा लेते हैं।