ED in Action: हिसार निवासी डाडम भिवानी के बड़े खनन कारोबारी वेदपाल तंवर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के नोटिस पर पूछताछ में शामिल होने के लिए दिल्ली  गए वेदपात तंवर को उसी दौरान गिरफ्तार कर लिया। 2010 के मिर्चपुर (हिसार) कांड के बाद गांव से पलायन करने वाले एक समाज विशेष के लोगों को हिसार में कैमरी रोड स्थित अपने फार्म हाउस पर शरण देने से चर्चा में आए वेदपात तंवर दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं तथा हाल में ही किसान नेता के रूप में सक्रिय बने हुए थे। 

हिसार। हिसार निवासी डाडम भिवानी के बड़े खनन कारोबारी वेदपाल तंवर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के नोटिस पर पूछताछ में शामिल होने के लिए दिल्ली  गए वेदपाल तंवर को उसी दौरान गिरफ्तार कर लिया। 2010 के मिर्चपुर (हिसार) कांड के बाद गांव से पलायन करने वाले एक समाज विशेष के लोगों को हिसार में कैमरी रोड स्थित अपने फार्म हाउस पर शरण देने से चर्चा में आए वेदपात तंवर दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं तथा हाल में ही किसान नेता के रूप में सक्रिय बने हुए थे।

हिसार व हांसी में पड़े थे छापेवेदपाल तंवर डाडम भिवानी के बड़े खनन कारोबारियों में से एक हैं। ईडी ने गत वर्ष अगस्त माह के दौरान उनके हिसार के सेक्टर 15 स्थित सहित उनके दो सहयोगियों के यहां छापेमारी की थी। जिसके बाद से वेदपात तंवर ईडी के निशाने पर थे। छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर ईडी ने नोटिस जारी कर तंवर से कई बिंदुओं पर जवाब मांगा था। आरोप है कि जिसका वेदपाल तंवर ने न तो समय पर जवाब दिया और न ही जांच में ईडी का सहयोग किया। अब जब वेदपाल तंवर पूछताछ में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे तो ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके दो सहयोगियों कांग्रेस नेता सुरेंद्र मलिक व एडवोकेट वजीर कोहाड़ के घर भी ईडी ने छापेमारी की थी।

 

रेंज रोवर गाड़ी अपने साथ ले गई थी ईडी छापेमारी के दौरान ईडी वेदपाल तंवर की रेंज रोवर गाड़ी को अपने साथ ले गई थी। पूछताछ में परिवार ने टीम को गाड़ी उनके किसी दोस्त की बताई थी, परंतु अपने जवाबों से वे ईडी को संतुष्ट नहीं कर पाए थे। छापेमारी के दौरान ईडी ने न केवल दीवारों की मशीनों से जांच की थी, बल्कि पानी की टंकी और पड़ोसियों की छत की भी जांच की थी। ईडी की टीम बैंक खातों, पैन कार्ड, आधार कार्ड के नंबर ले गए। घर के मोबाइल, लेपटॉप चेक किए और गहनों के बिल भी मांगे। तंवर की भिवानी में छपार गांव में 200 किले पुश्तैनी जमीन और स्कूल भी बताए जा रहे हैं।

मिर्चपुर कांड से चर्चा में आए थे तंवर मूल रूप से भिवानी के तोशाम के रहने वाले वेदपाल तंवर मिर्चपुर कांड के बाद हिसार में कैमरी रोड पर बने अपने फार्म हाउस में मिर्चपुर से पलायन कर हिसार आए एक समाज विशेष के लोगों को शरण देने से चर्चा में आए थे। अप्रैल 2010 में मिर्चपुर गांव में आपसी विवाद दो समुदायों के विवाद में बदल गया था। जिसमें दलित समाज के 70 वर्षीय ताराचंद व उनकी दिव्यांग बेटी जिंदा जल गई थी। गांव में हुए इस विवाद में गांव के कई मकान आगजनी की भेंट चढ़ गए थे तथा दर्जनों लोग आग से झुलस गए थे। जिसके बाद दलित परिवार गांव से पलायन कर हिसार पहुंच गए थे। गांव में भड़के इस विवाद में पूरे हरियाणा को अपनी चपेट में ले लिया था।