Bahadurgarh : 6600 करोड़ रुपए की क्रिप्टो करेंसी के मामले में 17 दिसंबर को दिल्ली से गिरफ्तार की गई आरोपी सिम्पी भारद्वाज के मायके में ईडी ने शुक्रवार को रेड मारी। रेड के दौरान सीआईएसएफ के करीब एक दर्जन जवान घर के बाहर तैनात रहे। वहीं, ईडी की टीम ने घर में जांच पड़ताल करते हुए सबूतों को एकत्रित किया। साथ ही ईडी की टीम ने सिम्पी के पिता के घर में मौजूद लोगों ने पूछताछ भी की। ईडी की रेड से आसपास के लोगों में हड़कंप मचा गया।
मुंबई की विशेष अदालत ने दिए सिम्पी भारद्वाज को गिरफ्तार करने के आदेश
मुंबई की एक विशेष अदालत ने 6600 करोड़ रुपए के क्रिप्टो करेंसी मामले में सिम्पी भारद्वाज को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में आरोपी सिम्पी को दिल्ली से इडी की टीम ने 17 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर उसे मुंबई लाया गया था। ईडी आरोपी सिम्पी से पूछताछ कर रही है।
निवेशकों को बिटकॉइन व क्रिप्टोकरेंसी में उच्च रिटर्न का दिया था लालच
सिम्पी भारद्वाज सिंगापुर में स्थित वेरिएबलटेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों में से एक हैं। उन्होंने निवेशकों को बिटकॉइन और कंपनी की अपनी क्रिप्टोकरेंसी में उच्च रिटर्न का लालच देकर लुभाया था। उसने अपने पति अजय भारद्वाज के साथ मिलकर एक वेबसाइट बनाई और लोगों के साथ धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
ईडी को गलत जानकारी दे रही है सिम्पी भारद्वाज
ईडी ने बताया कि सिम्पी भारद्वाज उन्हें गलत जानकारी दे रही है। सिम्पी चीन में एक खनन फार्म होने का दावा कर रही है, जिसमें ब्लॉकचेन व क्रिप्टोरकेंसी खनन तकनीक में कंपनी की भागेदारी बता रही है। सिम्पी ने एक वेबसाइट के माध्यम से कई बड़े विक्रेताओं को बिटकॉइन में भुगतान कर क्लाउड माइनिंग हैश पावर हासिल की है।
सिम्पी ने निवेदशकों को किया गुमराह
ईडी ने दावा किया कि सिम्पी भारद्वाज ने वेरिएबलटेक के साथ एक अनुबंध के माध्यम से 18 महीने के लिए प्रति बिटकॉइन 10 प्रतिशत के सुनिश्चित रिटर्न का झूठा वादा किया और निवेशकों को गुमराह करने का काम किया। आरोपियों ने चीन, हांगकांग और सिंगापुर में एक व्यापक क्लाउड माइनिंग सेटअप का चित्रण किया और लोगों को भ्रमित किया।
सिम्पी के परिजनों से पूछताछ कर रही टीम
ईडी की टीम सिम्पी भारद्वाज के मायके में पिछले 24 घंटे से दस्तावेज तलाश कर रही है। साथ ही सिम्पी के परिजनों से एक एक करके पूछताछ कर रही है ताकि सिम्पी के खिलाफ उन्हें मजबूत सबूत मिल सके। वहीं, सीआईएसएफ के जवान किसी को भी अंदर नहीं जाने दे रहे और न ही किसी को बाहर निकलने दिया जा रहा। वहीं, रेड में मौजूद अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं और उन्हें सिम्पी के खिलाफ क्या सबूत मिले हैं, इसके बारे में भी जानकारी गुप्त रखी जा रही है।