Bageshwar Baba New : लोकसभा चुनावों के लिए 25 मई को होने वाले मतदान से पहले प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा तीन निर्दलीय विधायकों के बाद एक एक कर पूर्व सांसदों व विधायकों सहित भाजपा नेताओं को अपने पाले में लाकर हरियाणा में भाजपा की नायब सरकार पर ताबड़तोड़ स्ट्राइक करने में लगे हुए हैं। एकाएक सियासी घटनाक्रम बदलने से मोदी लहर प्रभावित होने से भाजपा बैकफुट पर दिखाई दे रही थी। दो दिन पहले आरएसएस ने हरियाणा के चुनाव में अपनी एंट्री मारी थी और अब मतदान से पहले प्रदेश की सियासत में बाबा बागेश्वर घाम सरकार की एंट्री ने प्रदेश की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। मतदान से ठीक पहले कुरूक्षेत्र में बाबा बागेश्वर सरकार का 19 से 21 मई तक तीन दिन के कार्यक्रम हरियाणा विशेषकर जीटी बेल्ट की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। 

सिरसा की तारा बाबा कुटिया का आ रहा नाम 

कुरूक्षेत्र में बाबा बागेश्वर सरकार के 19 से 21 मई तक होने वाले तीन दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन सिरसा की तारा बाबा कुटिया की तरफ से किया जा रहा है। सिरसा की धार्मिक तारा बाबा कुटिया का चुनावों से ठीक पहले कुरूक्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित करने की मंशा को लेकर प्रदेश की राजनीति में कयासों का दौर शुरू हो गया है। कुछ लोग इसे गीता स्थली कुरूक्षेत्र की धरती से हरियाणा में एक राजनीतिक बदलाव के रूप में देख रहे हैं तो कुछ आयोजन के कारण कुछ और बता रहे हैं। ऐसे में अब देखना होगा कि बाबा बागेश्वर सरकार धार्मिक मंच से क्या सियासी संदेश देते हैं या फिर सभी कयास धरे रह जाते हैं। 

हिंदुत्व का बड़ा चेहरा है बाबा बागेश्वर सरकार

बाबा बागेश्वर धाम सरकार के बाबा धीरेंद्र शास्त्री हिंदुत्व का बड़ा चेहरा हैं। जो अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में बने रहते हैं। बाबा बागेश्वर धाम से आज देश के करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं। भले ही मतदान से चंद दिन पहले बाबा की हरियाणा में एंट्री के पीछे अलग अलग कारण बताए जा रहे हो, परंतु ऐसे में यह तो कहा ही जा सकता है कि चुनाव से पहले हरियाणा की सियासत में बाबा की एंट्री चुनावों में क्या गुल खिलाएगी।