Farmer Protest Updates: पंजाब और हरियाणा के किसानों का अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी है। किसानों प्रदर्शन का आज 22 मार्च को 39 दिन हो गए है। वे लगातार अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को हिसार में शहीद समागम रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, इसमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवण सिंह पंधेर समेत तमाम किसान नेता पहुंचे हुए हैं। इसके अलावा कल 23 मार्च को शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का शहीदी दिवस मनाया जाएगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय पहलवान बजरंग पूनिया समेत अन्य लोग भाग लेंगे। इसके बाद 27 मार्च को राजस्थान तो 31 मार्च को अंबाला की मोहड़ा अनाज मंडी में शहीद समागम होना है।
अस्थि कलश यात्रा का सातवां दिन आज
बता दें कि किसान आंदोलन में विरोध प्रदर्शन के दौरान 21 फरवरी को युवा किसान शुभकरण सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद शंभू बॉर्डर से 6 दिन पहले अस्थि कलश यात्रा निकाली गई थी। यह यात्रा पंचकूला, चंडीगढ़, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र होते हुए करनाल के नीलोखेड़ी पहुंची। इस यात्रा के माध्यम से किसान सरकार पर दबाव बनाने और लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए शुभकरण की अस्थि कलश यात्रा निकाल रहे हैं। यात्रा का आज 22 मार्च को सातवां दिन है। करनाल के पश्चात कैथल और फिर 3 दिन अंबाला जिले में कलश यात्रा निकलेगी। अभी तक किसान आंदोलन के दौरान 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 3 पुलिस कर्मचारी भी शामिल हैं।
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सरकार से 4 दौर की हो चुकी है बात
बताते चलें कि किसान MSP की गारंटी का कानून बनाने समेत अन्य कई मांगों पर अड़े हुए हैं। किसानों के आंदोलन के शुरुआत में ही किसानों और केंद्र सरकार के केंद्रीय मंत्रियों से अब तक 4 दौर की बातचीत हुई। लेकिन अभी तक इस बात का कोई नतीजा नहीं निकला है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे धरने पर डटे रहेंगे। हालांकि, अभी हाल में सरकार की ओर से किसी भी तरह का बातचीत का प्रस्ताव नहीं दिया गया है। पिछले कुछ दिनों से किसानों का आंदोलन भी शिथिल पड़ता दिख रहा है।