जींद/अंबाला। चार दौर की बातचीत के बाद बुधवार को किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद दिनभर दातासिंहवाला व शंभू बार्डर पर किसानों व जवानों के बीच दिनभर घमासान चलता रहा। संघर्ष के दौरान दातासिंहवाला बार्डर पर पंजाब के युवक तथा टोहाना में आंदोलन ड्यूटी पर तैनात सीआरपी के एसआई की मौत हो गई। जिसके बाद शाम को दोनों तरफ से सफेद झंडे लहराकर के बाद घमासान तो थम गया, परंतु तनाव अभी भी बना हुआ है। देर शाम किसान नेताओं ने दिल्ली कूच का कार्यक्रम 22 व 23 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया। किसान आंदोलन में इससे पहले एक जीआरपी एएसआई व एक हरियाणा पुलिस के अधिकारी की मौत हो चुकी है। किसान आंदोलन पार्ट टू अब तक तीन जवानों सहित चार लोगों की मौत का कारण बन चुका है। 13 और 14 फरवरी तथा 21 फरवरी को किसानों व पुलिस के घमासान में सैकेड़ों लोग घायल हो चुके हैं, जिनमें दर्जनों पुलिस कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल हैं। चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना प्रदर्शन करने पर चंडीगढ़ पुलिस ने कांग्रेस के दो विधायकों सहित 15 से अधिक नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पंजाब के मुख्यमंत्री ने किसान की मौत के जिम्मेदार लोगों पर केस चलाने की घोषणा की तो दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर किसान की मौत की सूचना दी। हरियाणा के डीजीपी ने बैरिकेड्स हटाने के लिए लाई गई जेसीबी व पोकलेन हटाने तथा नहीं हटाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।

पांच दर्जन से अधिक घायल, दो रेफर

दिल्ली कूच को लेकर दातासिंहवाला बार्डर पर दिनभर चली झड़प में 50 से अधिक किसान व एक दर्जन से अधिक फोर्स के जवान घायल हो गए। घायल जवानों में दो को रेफर किया गया। दातासिंहवाला बार्डर पर एक युवा किसान व टोहाना में बार्डर पर तैनात रोहतक निवासी सीआरपीएफ के एसआई की मौत हो गई। शंभू व दातासिंह वाला बार्डर पर फोर्स ने किसानों को रोकने को लिए आंसू गैस, प्लास्टिक की गोलियां व पानी की बौछारों का प्रयोग किया। किसानों की तरफ से भी धान की पराली में मिर्च डालकर आग लगाने के अलावा रूक रूककर पत्थरबाजी की घटनाएं होती रही। जिससे बुधवार को दोनों जगह दिन भर तनाव की स्थिति बनी रही। शाम को सफेद झंडा फहराने के बाद किसान व फोर्स शांत हुए, परंतु माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है।

एक दूसरे को ठहराया जिम्मेदार

बार्डर पर घमासान के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया गया। किसानों ने सरकार पर शांतिपूर्ण आंदोलन को रोकने के लिए आंसू गैस, प्लास्टिक की गोलियों व वाटर कैनन का प्रयोग करने का आरोप लगाया तो, पुलिस ने किसानों पर फोर्स पर पत्थराव करने, तलवार व भालों से हमला करने तथा पराली में मिर्च डालकर आग लगाकर फोर्स को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। जींद के एसपी सुमित ने कहा कि आंदोलनकारियों ने पराली में आग लगाकर मिर्च डाली, पुलिस पर पत्थर फेंके और तलवार, भालों व गंडासों से पुलिस पर हमला किया। जिसमें 12 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। जिनमें दो की हालत गंभीर है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल ने भिड़ंत के लिए सरकार व पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। जिसमें दर्जनों किसानों के घायल होने व एक की मौत की बात कही।

दिनभर ऐसे चले घटनाक्रम

दातासिंहवाला व शंभू बार्डर पर किसानों व पुलिस के बीच टकराव होता रहा। पुलिस ने आंसू गैस व पानी की बौछार कर किसानों को आगे बढ़ने से रोके रखा तो किसान कभी पत्थराव तो कभी दूसरे तरीके अपनाकर आगे बढ़ने का प्रयास करते रहे। किसानों ने दिल्ली कूच के लिए फोर्स पर पत्थराव शुरू कर दिया। जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस व पानी की बौछार से किसानों को रोका। काफी देर तक बार्डर पर यह सिलसिला चलता रहा। फतेहाबाद में टोहाना बॉर्डर पर तैनात एसआई विजय कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

22 को सभी जिलों में जाम 

किसानों के दिल्ली कूच को लेकर बुधवार को किसान व पुलिस में हुई भिड़ंत के बाद किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने प्रदेश के सभी जिलों में तीन घंटे के लिए रोड जाम का आह्वान किया। जिसे देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है

केंद्र सरकार बोली, पांचवें दौर की बातचीत को तैयार 

केंदींय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित सभी मुद्दों पर पांचवें दौर की वार्ता के लिए बुधवार को आमंत्रित किया। प्रदर्शनकारी किसानों से शांति बनाए रखने और समाधान खोजने के लिए वार्ता में शामिल होने की अपील की। मुंडा ने कहा, ‘हम सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, चाहे वह एमएसपी हो या फसल विविधीकरण। हम बातचीत के जरिए ही समाधान निकाल सकते हैं। मैंने उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित किया है और उनसे शांति बनाए रखने तथा ऐसा समाधान खोजने की अपील की है जो सभी के लिए अच्छा हो।

जेसीबी हटाओ, वरना होगी कड़ी कार्रवाई : डीजीपी

हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि मिट्टी खोदने वाली मशीनों के मालिकों से कहा कि वह प्रदर्शन स्थल से अपनी मशीनें हटाएं, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। अगर प्रदर्शनकारी किसान इन मशीनों का इस्तेमाल करते हैं तो इससे पंजाब और हरियाणा के दो सीमा बिंदुओं पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को नुकसान पहुंच सकता है। यह एक गैर-जमानती अपराध है और आपको आपराधिक रूप से जवाबदेह ठहराया जा सकता है।

विधायक परगट सिंह व सुखविंद्र सिंह सहित 15 पर केस

चंडीगढ़ पुलिस ने पंजाब के जालंधर कैंट से कांग्रेसी विधायक परगट सिंह और आदमपुर से एमएलए सुखविंदर सिंह कोटली सहित कांग्रेस के 15 वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने हरियाणा सीएम मनोहर लाल के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन करने के आरोप में आईपीसी की धारा 188, 186, 332 और 353 जोड़ी गई है। ये केस चंडीगढ़ के थाना नॉर्थ में दर्ज किया गया है।

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