Ambala: शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए एक बार फिर अंबाला में दो दिन इंटरनेट बंद करने का निर्णय लिया गया है। किसानों के रुख को देखते हुए प्रशासन ने 28 व 29 को इंटरनेट बंद करने का ऐलान किया। कई एरिया में इंटरनेट से जुड़ी सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगी। उधर शंभू बॉर्डर पर किसानों ने अब पक्के टेंट लगाने शुरू कर दिए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अब मांगे मनवाने तक किसान शंभू बॉर्डर पर ही पक्का डेरा जमाएंगे। इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है।

पंजोखरा व नग्गल में सेवाएं रहेंगी बाधित

किसानों के दिल्ली कूच की वजह से प्रशासन की ओर से 28 व 29 को अंबाला सदर थाना एरिया के साथ पंजोखरा व नग्गल में इंटरनेट सेवा को पूरी तरह से बंद रखने का फैसला किया गया है। हालांकि जिले के दूसरे एरिया में इंटरनेट बहाल रहेगा। दरअसल पंजोखरा व नग्गल एरिया ही किसानों का असली गढ़ है। आंदोलन में पंजोखरा गांव के कई किसान बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी कर रहे हैं। इन किसानों की गतिविधियों को बाधित करने के मकसद से ही चुनिंदा एरिया में इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया गया है।

28 को लिया जाएगा अंतिम फैसला

शंभू बॉर्डर पर मंगलवार को किसान नेताओं की अहम मीटिंग हुई। यहां डटे किसानों ने कहा कि अब 28 को दिल्ली कूच पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। किसानों ने साफ कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को लेकर आदेश जारी नहीं करती, तब तक वे आंदोलन में डटे रहेंगे। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि उनका आंदोलन दिनों दिन मजबूत हो रहा है। आंदोलन को पूरे देश में समर्थन मिला है। पहली बार आदिवासियों ने किसानों को समर्थन दिया। युवा किसान शुभकरण मौत के मामले में पंजाब पुलिस ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया। हम हरियाणा पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जब तक कार्रवाई नहीं होती, तब तक पंजाब सरकार के खिलाफ हमारी नाराजगी रहेगी। हरियाणा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई के बाद ही शुभकरण सिंह के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे अंतिम विदाई दी जाएगी।

चंडीगढ़ जाने की राह हुई आसान

किसानों के दिल्ली कूच की वजह से पुलिस ने अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे को बंद कर दिया था। अब सरकार की ओर से इस हाइवे को चालू करने का निर्णय लिया गया है। पुलिस की ओर से नेशनल हाइवे की सर्विस रोड खोल दी हैं। यहां लगाए सीमेंट के बैरिकेड को हटा दिया गया है। अब यहां से ट्रैफिक व्यवस्था बहाल हो गई है। हालांकि भारी वाहनों के लिए अभी हाइवे पूरी तरह से नहीं खोला गया है। आने वाले दिनों में इस हाइवे के पूरी तरह से सुचारु होने की बात कही जा रही है।

लगाए जा रहे हैं पक्के मोर्चे

शंभू बॉर्डर पर दिल्ली कूच के लंबे होते इंतजार से अब कई किसानों ने यहीं पक्के टेंट लगाने शुरू कर दिए हैं। मंगलवार को भी कई किसान सड़क किनारे पक्के टेंट लगाते दिखे। इन किसानों का कहना है कि जब तक दिल्ली कूच पर फैसला नहीं होता, वे यहीं डटकर केंद्र सरकार का विरोध करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं होता, वे कहीं भी जाने वाले नहीं हैं। इसी वजह से वे लोहे के एंगलों से पक्के मोर्चे लगा रहे हैं।